Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Bareilly two lakh Farmers to not get PM Kisan Samman Nidhi 17th EMI for not completing KYC

दो लाख किसानों को नहीं मिलेगी सम्मान निधि की 17वीं किस्त, ये काम करके मिलेगा फायदा

यूपी के बरेली मंडल के दो लाख किसान सम्मान निधि से वंचित रहेंगे। 17 वीं किस्त को अभी मंडल के 14 लाख किसान ही मानक पूरा कर रहे हैं। अपात्रों को चिह्नित कर योजना से हटाया भी गया है। जानें कैसे फायदा लें।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान टीम, बरेलीThu, 13 June 2024 01:50 PM
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जल्द ही जारी होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पदभार ग्रहण करते ही सबसे पहले सम्मान निधि की फाइल में हस्ताक्षर किए हैं। इसके बाद से कृषि विभाग इसको लेकर सक्रिय हो गया है। ऐसे में ई-केवाईसी, लैंड सीडिंग कराने में कोताही बरतने वाले मंडल के दो लाख किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आगामी 17 वीं किस्त से वंचित रह सकते हैं। मंडल के केवल 14,23,821 किसान ही मानकों को पूरा करते हुए 17वीं किस्त के लिए अभी पात्र हैं।

किसानों की आर्थिक सहायता करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत छह हजार रुपये प्रतिवर्ष देती है। इस धनराशि को वर्ष में तीन बार दो-दो हजार रुपये की किस्त में किसानों के बैंक खाते में भेजा जाता है। अब तक किसानों को इसकी 16 किस्त मिल चुकी है।

आगे भी योजना का लाभ किसानों को मिलता रहे इसके लिए कृषि विभाग के कर्मचारियों ने गांव-गांव जाकर लाभार्थी किसानों का न सिर्फ सत्यापन कराया बल्कि ई-केवाईसी भी कराई। अपात्रों को चिन्हित कर इस योजना से हटाया भी गया। पात्र किसानों को इस योजना से जोड़ने का काम किया गया। तमाम प्रयासों के बाद भी मंडल के 2,05,935 किसान ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी, लैंड सीडिंग नहीं कराई है।

ऐसे कराएं ई-केवाईसी
वंचित किसान प्रधानमंत्री किसान एप या जनसेवा केंद्र के माध्यम से अपनी ई-केवाईसी करा सकते हैं। जिन किसानों की एबीपीएस (आधार आधारित भुगतान प्रणाली) लंबित है, वे बैंक जाकर अपने खाते से आधार नंबर जुड़वा लें। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस जाकर नया खाता खुलवा सकते हैं।

संयुक्त कृषि निदेशक बरेली मंडल, डॉ. राजेश कुमार द्विवेदी ने कहा कि मंडल में जिन किसानों ने ई-केवाईसी, लैंड सीडिंग के साथ ही अपना खाता एबीपीएस के तहत एक्टिव नहीं कराया है वह जल्द प्रक्रिया को पूरा कर लें। नहीं तो ऐसे किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त से वंचित रहना पड़ सकता है।

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