Unnao Accident: इस रात की सुबह नहीं, नींद से जागे भी न थे कि मौत ने ले लिया आगोश में
बस में 57 लोग सवार थे। रात एक बजे के बाद लगभग सभी सवारियां सो गई थी। भोर में एक्सप्रेस-वे पर बस पहुंची तो हादसे के बाद धमका हुआ। कोई सोता रह गया तो कोई चीख पड़ा। चारों ओर मातम का माहौल था।
Unnao Accident: बिहार से दिल्ली को चली डबल डेकर स्लीपर बस में रात को सोए 18 यात्री सबेरा नहीं देख सके। जिन लोगों ने सुबह देखा वह इस मंजर को कभी भुला नहीं सकते। यह उनकी जिंदगी का सबसे काला दिन होगा। बस में 57 लोग सवार थे। रात एक बजे के बाद लगभग सभी सवारियां सो गई थी। बस भोर में एक्सप्रेस-वे पर पहुंची तो हादसे के बाद धमका हुआ। कोई सोता रह गया तो कोई चीख पड़ा। रात के अंधेरे में चारों ओर मातम का माहौल था। हर कोई बचने के लिए बाहर निकलने के फिराक में था। सवारी खुद की जान बचाने के लिए एक दूसरे के ऊपर पैर रखकर बाहर भाग रहे थे। जिनको चोट नहीं लगी थी वह आराम से बाहर आ गए।
मोतिहारी की रहने वाली शबाना ने बताया कि देर रात सभी सो गए थे। सोने से पहले बस की रफ्तार तेज थी। टक्कर हुई तो सब चीख रहे थे। मैं भी रो रही थी। अपने बच्चों को खोज रही थी। किसी तरह बाहर निकली। बस में खून और लाश पड़े थे। हर कोई रो रहा था। काफी देर बाद पुलिस आई। अस्पताल में आने के बाद उपचार हुआ। हादसे में पहला घायल दिलशाद पुत्र असफाक निवासी मेरठ सुबह 5:35 पर बांगरमऊ अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि अंत में 5 बजकर 55 मिनट पर संतोष पुत्र राजूराम निवासी पिपरागढ़ी शिवहर अस्पताल में पहुंचा।
पहला मृतक अज्ञात में 6 बजे राजिस्टर में दर्ज किया गया जबकि 6:16 मिनट पर 18 वा मृतक अस्पताल में दर्ज हुआ। घटना के दौरान अनेक एंबुलेंस से घायल व मृतक एक साथ अस्पताल पहुंचे जिससे अस्पताल स्टाफ में हड़कंप मच गया।
लगभग एक घंटे तक अस्पताल कर्मियों आनन-फानन में नाम दर्ज करने में पसीने छूटने लगे। डाक्टर सुनील कुमार राठौर फार्माशिष्ट प्रेमचंद के साथ इमरजेंसी ड्यूटी पर थे। किंतु एक साथ मृतक व घायल पहुंचने तो सब घबरा गए। कुछ देर में अधीक्षक मुकेश कुमार, डाक्टर सागर पटेल ,डाक्टर नीरज शुक्ला समेत कई लोग पहुंच गए। किसी तरह से घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया।
घायलों और मृतकों को लाने ले जाने के लिए बांगरमऊ के अलावा फतेहपुर चौरासी, गंजमुरादाबाद तीन स्थानों की कुल 10 एंबुलेंस लगाई गई। जिससे अस्पताल स्टाफ के आसपास करीब एक घंटे तक सायरन की गूंज सुनाई देती रही। हादसे में घायल छह को लखनऊ ट्रामा सेंटर, 19 को जिला अस्पताल भेजा गया। मामूली रुप से जख्मी 20 यात्रियों का नामपता लिखकर उनको घर भेज दिया गया।
टैंकर से दूध बहा, खंती भरी
एक्सप्रेसवे मार्ग पर गांव गढ़ा के निकट हुए हादसे के बाद दूध भरा टैंकर पलट गया था। दूध का टैंकर पलटने से मार्ग पर बिखरा हजारों लीटर दूध खंती में भर गया । सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है।