शामलीः टिकट नहीं मिलने पर जान देने वाले दीपक सैनी के बड़े भाई को भाजपा ने बनाया प्रत्याशी, अंतिम समय में नामांकन
शामली में निवर्तमान सभासद दीपक सैनी के चेयरमैन का टिकट नहीं मिलने पर जहर खाकर जान देने के बाद भाजपा ने उसके बड़े भाई संदीप सैनी को वार्ड एक से सभासद प्रत्याशी घोषित करते हुए पर्चा दाखिल कराया है।
शामली में निवर्तमान सभासद दीपक सैनी के चेयरमैन का टिकट नहीं मिलने पर जहर खाकर जान देने के बाद भाजपा ने उसके बड़े भाई संदीप सैनी को वार्ड एक से सभासद प्रत्याशी घोषित करते हुए पर्चा दाखिल कराया है। अंतिम समय में किसी तरह संदीप सैनी को नामांकन के लिए मनाया गया। दीपक का अंतिम संस्कार भी भाजपा नेताओं की उपस्थिति में कराया गया।
दीपक सैनी कांधला से चेयरमैन पद के लिए टिकट मांग रहे थे। आरोप है कि टिकट नहीं मिलने से क्षुब्ध दीपक ने जहर खाकर जान दे दी। इसके बाद पूरे कस्बे में नाराजगी देखी जा रही थी। सोमवार को पार्टी ने दीपक सैनी के बड़े भाई संदीप सैनी को वार्ड संख्या एक से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
काफी समझाने पर संदीप सैनी ने कैराना जाकर सभासद पद का पर्चा भर दिया। उधर, दीपक का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। पूर्व विधायक तेजेन्द्र निर्वाल सहित कई लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
रविवार देर शाम दीपक सैनी ने विषैला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर दीपक के परिजनों और समर्थकों ने कस्बे के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से मेरठ रेफर किया गया। मेरठ में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
पूर्व सभासद के बड़े भाई संदीप सैनी ने आरोप लगाया कि दीपक सैनी ने कांधला नगर निकाय से अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन रविवार को उनके स्थान पर नरेश सैनी को भाजपा का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। इससे क्षुब्ध होकर उन्होंने ये कदम उठाया।
उधर, मेरठ से दीपक के मौत की खबर आई और इधर भाजपा की दूसरी सूची में दीपक का नाम वार्ड 01 से सभासद पद के लिए घोषित होने की सूचना आई। भाजपा को इस बारे में पता चला तो उनके भाई संदीप को टिकट देकर नामांकन कराया गया।