छात्रवृत्ति घोटाला : हाइजिया समूह की बेनामी संपत्तियां होंगी जब्त, छापेमारी में मिले कई दस्तावेज
हाइजिया समूह की बेनामी संपत्तियां जब्त होंगी। ईडी की छापेमारी में ता चला है कि छात्रवृत्ति घोटाले की रकम से बेनामी संपत्तियां खरीदी गई हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाइजिया एजूकेशनल ग्रुप के संचालकों की बेनामी संपत्तियों की जानकारी जुटा ली है। छापों में उसे कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिनसे यह पता चला है कि छात्रवृत्ति घोटाले की रकम से बेनामी संपत्तियां खरीदी गई हैं। जल्द ही इन संपत्तियों को जब्त किए जाने की तैयारी है।
हाइजिया ग्रुप के इज़हार हुसैन जाफ़री व अली अब्बास जाफ़री से पुलिस कस्टडी रिमांड में चल रही पूछताछ अब पूरी तरह बेनामी संपत्तियों कर केंद्रित हो गई है। गिरफ्तारी के बाद मिली कस्टडी रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद ईडी ने कोर्ट ने दूसरी बार आठ दिनों की कस्टडी रिमांड हासिल की है। ईडी को दोनों अभियुक्तों से छापों में बरामद दस्तावेजों के बारे में जानकारी जुटानी है। इस बीच ईडी को पिछड़ा वर्ग विभाग से जरूरी दस्तावेज मिल गए हैं। अभी उसे समाज कल्याण विभाग और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग से भी दस्तावेज मिलते हैं।
ईडी की अब तक की जांच में छात्रवृत्ति घोटाले में संस्थानों और निजी बैंक की मिलीभगत के साक्ष्य मिल चुके हैं। छात्रों के नाम खाते खोलकर हड़पी गई छात्रवृत्ति की रकम से संचालकों ने संपत्तियां बनाई हैं। ईडी को यूपी के बाहर अन्य राज्यों में भी समूह के विस्तार की जानकारी मिली है। इससे पहले ईडी ने कोर्ट को भी बताया बताया था कि छापों में ढेर सारे से दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच से इस घोटाले का पर्दाफाश हो सकेगा। संस्थानों ने गरीबों, अल्पसंख्यकों एवं एससी-एसटी वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति हड़पने के लिए फर्जीवाड़े का सहारा लिया।