लखटकिया होगा फरार नफीस बिरयानी, अतीक के बेटे को दी थी उमेश पाल हत्याकांड में इस्तेमाल कार
फरार नफीस बिरयानी पर 50 हजार का इनाम होने के बाद उसकी तलाश तेज हो गई है। नफीस पर आरोप है कि उसने न सिर्फ अपनी क्रेटा कार अतीक के बेटे को दी और अतीक गैंग को आर्थिक लाभ पहुंचाता रहा।
Atiq Gang: उमेश पाल हत्याकांड में फरार नफीस बिरयानी पर 50 हजार का इनाम होने के बाद उसकी तलाश तेज हो गई है। क्राइम ब्रांच और एसटीएफ को भी इनामी की तलाश में लगाया गया है। नफीस पर आरोप है कि उसने न केवल अपनी क्रेटा कार अतीक के बेटे को दी बल्कि अतीक गैंग को आर्थिक लाभ भी पहुंचाता रहा।
सीएए और एनआरसी के विरोध करने वालों की भी नफीस मदद करता था। सूत्रों के अनुसार, नफीस बिरयानी पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस उस पर इनाम की राशि और बढ़ाने की तैयारी कर रही है। जल्द ही वह लखटकिया बन जाएगा। इस केस में फरार अशरफ की पत्नी जैनब और बहन आयशा नूरी पर भी इनाम घोषित हो सकता है।
पुलिस ने बताया कि नफीस बिरयानी के पकड़े जाने के बाद कई राज पता चलेंगे। नफीस ने साजिश के तहत ही अपनी कार अतीक के बेटे को दी थी। इस केस में अतीक की पत्नी शाइस्ता, अशरफ की पत्नी जैनब समेत सात आरोपी फरार हैं जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। छह के घर पर कुर्की होनी है।
अतीक-अशरफ के कई नाम आए सामने
प्रॉपर्टी के धंधे से जुड़े कई नाम सामने आए हैं जिनका अतीक और अशरफ से करीबी संबंध रहा है। धूमनगंज, चकिया, करेली के अलावा नैनी और शहर के पॉश इलाके में रहने वाले भी मिलने जाते थे। नैनी में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। होटल मालिकों से भी अतीक का अच्छा संबंध था। एक होटल में अतीक का पैसा लगा था, ऐसी सूचना है। इन तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। अब तक पुलिस ने कॉलेज संचालक व मिल मालिक इम्तियाज चावल, मैक टॉवर और प्रतापगढ़ के जियाउद्दीन से पूछताछ कर चुकी है।
पप्पू गंजिया पर लगा गैंगस्टर
माफिया अतीक अहमद के करीबी और नैनी थाने के हिस्ट्रीशीटर मो. जावेद उर्फ पप्पू गंजिया व उसके गैंग के एक साथी अजमल पर गैंगस्टर के तहत मामला दर्ज किया गया है। अगस्त महीने में उसे एसटीएफ की टीम ने अजमेर से गिरफ्तार किया था। तब उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। वर्तमान में वह जेल में बंद है। उसके खिलाफ तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
नैनी में जहांगीराबाद,गंजिया का रहने वाला पप्पू गंजिया नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर व चिह्नित माफिया है। वह अतीक अहमद के आईएस 227 गैंग का भी सक्रिय सदस्य रहा है। जनवरी 2023 में जुबैर अहमद ने धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था। 2022 में पप्पू के खिलाफ विशाल यादव ने रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराया था।