यूपी निकाय चुनाव में रालोद-सपा में दावेदारों की कतार, क्या चल रहा गुणा गणित
महापौर का पद ओबीसी श्रेणी में आने के बाद सपा और रालोद में दावेदारों की संख्या बढ़ती जा रही है। दोनों पार्टी निकाय चुनाव को गठबंधन के साथ लड़ने की तो बात कह रही हैं ।
महापौर का पद ओबीसी श्रेणी में आने के बाद सपा और रालोद में दावेदारों की संख्या बढ़ती जा रही है। दोनों पार्टी निकाय चुनाव को गठबंधन के साथ लड़ने की तो बात कह रही हैं लेकिन अंदरखाने महापौर पद को अपने हिस्से में लाने की कवायद भी तेजी से चल रही है।
मेरठ नगर निगम का महापौर इस बार ओबीसी वर्ग से होना तय हुआ है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव गठबंधन लड़ चुके रालोद और सपा ने नगर निकाय चुनाव में भी गठबंधन को बरकरार रखने का फैसला लिया है। दोनों पार्टियों के दावेदारों ने अपने-अपने पत्ते खोलते हुए आवेदन कर दिए हैं। ओबीसी में सबसे ज्यादा दावेदार जाट और गुर्जर समाज से सामने आ रहे हैं। मुस्लिम समाज से भी दावेदारी की गई है। रालोद से अब तक छह दावेदारों ने आवेदन किया है, जबकि सपा की तरफ से एक दर्जन से ज्यादा आवेदन आए हैं। हालांकि सपा पर्यवेक्षकों ने पांच नामों को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास भेजने की बात कही है। इन्हीं पांच नामों में से प्रत्याशी तय होना है।
अय्यूब कालिया रालोद में आए
मवाना नगर पालिका निवर्तमान चेयरमैन अय्यूब कालिया कांग्रेस छोड़ रालोद में शामिल हो गए। सोमवार को पार्टी कार्यालय पहुंचकर रालोद की सदस्यता ग्रहण की। मवाना नगर पालिका चेयरमैन पद के लिए आवेदन समिति के समक्ष आवेदन किया। राममेहर गुर्जर, हशमत मलिक और मनदीप सिंह ने महापौर को आवेदन किया। मुकेश जैन, डॉ राजकुमार सांगवान, प्रतीक जैन मौजूद रहे।
कांग्रेस पदाधिकारी कल मेरठ में जुटेंगे
कांग्रेस प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पांच अप्रैल को मेरठ में 14 जिलों पदाधिकारियों,नेताओं की बैठक बुलाई है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया पश्चिम प्रांत के जिला, महानगर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, पूर्व प्रत्याशी, प्रकोष्ठों और जिला, एआईसीसी पीसीसी सदस्य, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक-एमएलसी भाग लेंगे।