Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़principal vacancy in up aided college yogi adityanath government soon start recruitment process

यूपी के एडेड इंटर कॉलेजों में प्रिंसिपल बनने का मौका, रखें तैयारी; सरकार जल्‍द शुरू करेगी प्रक्रिया 

एडेड इंटर कॉलेजों में खाली चल रहे प्रिंसिपल के करीब 2707 पद जल्‍द भरे जाएंगे। यूपी सरकार खाली पड़े इन पदों को भरने के लिए इसी हफ्ते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड को अधियाचन भेजने जा रही है।

Ajay Singh प्रमुख संवाददाता, लखनऊThu, 23 March 2023 06:41 AM
share Share

उत्‍तर प्रदेश के एडेड इंटर कॉलेजों में लम्बे समय से खाली चल रहे प्रिंसिपल के करीब 2707 पद जल्‍द भरे जाएंगे। राज्य सरकार खाली पड़े इन पदों को भरने के लिए इसी हफ्ते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड को अधियाचन भेजने जा रही है। अधियाचन प्राप्त होने के बाद माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की ओर से चयन-नियुक्ति की कवायद शुरू होगी। फिलहाल प्रधानाचार्य विहीन ये विद्यालय कार्यवाहक प्रधानाचार्यों के भरोसे चल रहे हैं।

प्रदेश के एडेड इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य का पद सीधी भर्ती का है। 2013 में विज्ञापन निकला जिसका परिणाम 2022 में निकला और 580 प्रधानाचार्यों की भर्ती की गई। इस नियुक्ति प्रक्रिया पर तमाम उंगलियां उठी और कई शिक्षक इस परिणाम के विरुद्ध कोर्ट गए। कोर्ट ने समान मौका दिए जाने के आधार पर भर्ती निरस्त कर दी और नए सिरे से आवेदन के आदेश दिए।

1953 पदों की रद्द हुई भर्ती परीक्षा फिर होगी
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी व पर्यवेक्षक के पदों की निरस्त हुई परीक्षा को पुन कराने जा रहा है। शासन से उसे जल्द ही इसके लिए हरी झंडी मिलने की संभावना है। अनुमति मिलते ही परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा। इन पदों के लिए करीब 14 लाख लोगों ने आवेदन कर रखा है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वर्ष 2018 में ग्राम पंचायत अधिकारी के 1557, ग्राम विकास अधिकारी के 362 और पर्यवेक्षक के 64 पदों समेत कुल 1953 पदों के लिए आवेदन मांगा था। दिसंबर 2018 में परीक्षा हुई और अगस्त 2019 में इसका परिणाम भी जारी कर दिया गया।

परीक्षा परिणाम जारी होने के साथ ही इसमें धांधली की कई शिकायतें आई थीं। राज्य सरकार ने मार्च 2020 में पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी। एसआईटी द्वारा धांधली की पुष्टिके बाद इसे रद्द कर दिया गया। कोरोना काल के चलते उस समय इस पर कोई फैसला नहीं किया जा सका।

अगला लेखऐप पर पढ़ें