प्राइमरी स्कूल शिक्षक इस साल करेंगे कुछ खास, हर बच्चे को लेकर बनेगा माइ्क्रो प्लान; ये है लक्ष्य
परिषदीय स्कूलों में बच्चों को ‘निपुण’ बनाने के लिए वाराणसी के शिक्षक इस साल कुछ खास करने की तैयारी कर रहे हैं। ज्यादा सक्षम बनाने के लिए हर बच्चे की क्षमताओं का आंकलन कर उनकी पढ़ाई कराने की तैयारी है।
Primary School Teacher: परिषदीय स्कूलों में बच्चों को ‘निपुण’ बनाने के लिए वाराणसी के शिक्षक इस साल कुछ अलग करने की तैयारी कर रहे हैं। ज्यादा सक्षम बनाने के लिए हर बच्चे की क्षमताओं का आंकलन कर उनकी पढ़ाई कराने की तैयारी है। इस माइक्रो प्लानिंग के हिसाब से हर बच्चे के मजबूत और कमजोर पक्ष पर शिक्षक की विशेष नजर रहेगी।
सीबीएसई के साथ ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में भी इस तरह के प्रयोग शुरू हो चुके हैं। इसके तहत क्लास में व्यवहार के हिसाब से सभी बच्चों के कमजोर और मजबूत पक्ष का आंकलन किया जाएगा। कक्षा में व्यवहार, खेलकूद, सांस्कृतिक आयोजनों में भागीदारी, कला प्रतिभा आदि कसौटियों पर बच्चों की प्रतिभा को तराशने का काम होगा। जिस विषय में बच्चा कमजोर है, उस विषय पर शिक्षक अतिरिक्त ध्यान देकर उसे सुधार लाने में मदद करेंगे। लक्ष्य है कि निपुण लक्ष्य के अनुसार बनारस के बच्चे इस बार शत प्रतिशत अंक हासिल करें और प्रदेश में अव्वल आएं। हालांकि पिछले वर्षों में भी निपुण एसेसमेंट में वाराणसी के बच्चों का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि निपुण लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिले के सभी एसआरजी, एआरपी और जिला समन्वयकों को शिक्षकों को माइक्रो प्लानिंग के लिए तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत कक्षा के सभी बच्चों की शैक्षणिक के साथ ही अन्य प्रतिभाओं को सामने लाया जा सकेगा। साथ ही यह भी तय किया जा सकेगा कि किस बच्चे पर किसी विषय के लिए कितनी मेहनत करनी है।