अपराध का मुकदमा भर होने से नहीं रोक सकते पासपोर्ट, हाईकोर्ट ने पूछा-क्यों दर्ज हो रहीं ऐसी याचिकाएं
इलाहाबाद HC ने आपराधिक मुकदमा दर्ज होने मात्र के कारण पासपोर्ट नवीनीकरण नहीं रोकने के आदेश का पालन नहीं करने पर नाराजगी जताई। साथ ही क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से 2 हफ्ते में हलफनामा देने को कहा है।
Renewal of Passport: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आपराधिक मुकदमा दर्ज होने मात्र के कारण पासपोर्ट नवीनीकरण नहीं रोकने के आदेश का पालन नहीं करने पर नाराजगी जताई है। साथ ही क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी लखनऊ से दो सप्ताह में हलफनामा मांगते हुए पूछा है कि कोर्ट ने कई आदेशों में स्पष्ट किया है कि आपराधिक केस दर्ज होने मात्र से किसी के पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं रोका जा सकता। इसके बावजूद बड़ी संख्या में ऐसी याचिकाएं क्यों दाखिल हो रही हैं। ऐसे में स्थिति स्पष्ट करें कि सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेशों का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है। कोर्ट ने यह भी पूछा है कि अनावश्यक मुकदमों का बोझ बढ़ने से रोकने के क्या कदम उठाए गए हैं।
यह आदेश न्यायमूर्ति एसडी सिंह एवं न्यायमूर्ति शिवशंकर प्रसाद की खंडपीठ ने पवन कुमार राजभर की याचिका पर अधिवक्ता चंद्रकांत त्रिपाठी को सुनकर दिया है। कोर्ट ने इस दौरान क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी को याची के मामले में नियमानुसार कार्रवाई करने की छूट भी दी है। साथ ही स्पष्ट किया है कि आदेश का पालन न होने की दशा में अधिकारी को तलब भी किया जा सकता है।
पासपोर्ट सत्यापन में लापरवाही पर दो सिपाही हो गए थे लाइन हाजिर
वहीं पिछले दिनों कुशीनगर में पासपोर्ट सत्यापन में लापरवाही को लेकर दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था। एसपी ने रामकोला थाने में तैनात कांस्टेबल अविनाश यादव और तरयासुजान थाने में तैनात दिनेश सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया था। पब्लिक एप्रूवमेंट में पॉसपोट सत्यापन में दिक्कतों के बारे में अभ्यर्थियों से ली गयी फीडिंग में तरयासुजान और रामकोला थाने क्षेत्र के सिधावे निवासी दो युवकों ने पुलिस कर्मियों पर सत्यापन करने के एवज में पैसा लेने की शिकायत की थी। जांच में पकड़ आने पर एसपी ने दोनों आरोपी पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। एसपी ने बताया कि पासपोर्ट सत्यापन में लापरवाही के खिलाफ कुशीनगर के अलग-अलग थानों पर तैनात तीन कर्मियों की शिकायत मिली थी। गोपनीय तरीके से जांच कराने पर इनके खिलाफ मिली शिकायत सही पाई गई। इसके बाद तरयासुजान और रामकोला थाने पर तैनात दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।