न्यू ईयर पर IIT कानपुर के पूर्व छात्रों ने किया कमाल, रिसर्च और गरीब बच्चों की मदद के लिए दान में दिए 8.25 करोड़
आईआईटी कानपुर के लिए साल 2024 की पहली सुबह ही अनूठी ही रही। वर्तमान छात्रों का भविष्य संवारने को पूर्व छात्रों ने 8.25 करोड़ रुपये की गुरु दक्षिणा के रूप में मदद कर असल में नए साल की बधाई दी है।
आईआईटी कानपुर के लिए साल 2024 की पहली सुबह ही अनूठी ही रही। संस्थान और यहां के वर्तमान छात्रों का भविष्य संवारने को पूर्व छात्रों ने 8.25 करोड़ रुपये की गुरु दक्षिणा के रूप में मदद कर असल में नए साल की बधाई दी। यह रकम वर्ष 1998 बैच के पूर्व छात्रों ने दी है, जो वर्तमान में अपना सिल्वर जुबिली सम्मेलन मना रहे हैं। हालांकि एलुमनी सम्मेलन में पूर्व छात्रों से मदद मिलना आईआईटी के लिए नई बात नहीं है लेकिन यह अब तक की सबसे बड़ी गुरु दक्षिणा है। यह रकम संस्थान में रिसर्च, गरीब बच्चों की मदद के साथ अन्य जरूरतों पर खर्च की जाएगी।
आईआईटी में हर वर्ष दिसंबर माह में अलग-अलग बैच का एलुमनी मीट आयोजित किया जाता है। वर्तमान में संस्थान में 1998 बैच के छात्र अपना सिल्वर जुबिली और 1984 बैच के पूर्व छात्र अपना 40वां रीयूनियन मना रहे हैं। निदेशक प्रो. एस गणेश ने बताया कि पूर्व छात्रों की मदद से संस्थान लगातार नए काम कर रहा है। वर्तमान में कई प्रोजेक्ट, स्कॉलरशिप, फैकल्टी चेयर भी पूर्व छात्रों के सहयोग से संचालित की जा रही है। इस मदद से संस्थान में छात्रों के लिए जरूरी सुविधाओं को बढ़ाया जा सकेगा। संस्थान में 40वीं रीयूनियन मना रहे पूर्व छात्र भी विभिन्न प्रोजेक्ट पर मदद कर रहे हैं। पूर्व छात्र देव जोनेजा ने स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट में मदद की है। वे निदेशक प्रो. एस गणेश के साथ प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति देखने भी पहुंचे।
पूर्व छात्रों की मदद से चल रहे स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज
आईआईटी में गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी और यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है, जिसे पूर्व छात्रों की मदद से आगे बढ़ाया जा रहा है। करीब 600 करोड़ रुपये की इस योजना में पूर्व छात्र 250 करोड़ रुपये से अधिक धन दे चुके हैं। इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 450 से अधिक बेड वाला यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, कैंसर देखभाल व अनुसंधान के लिए 50 बिस्तर वाला केंद्र, शैक्षणिक ब्लॉक, आवास आदि होगा।
मेडिकल स्कूल के लिए पूर्व छात्रों ने की मदद
पूर्व छात्र मदद
राकेश गंगवाल 100 करोड़ रुपये
जेके ग्रुप 60 करोड़ रुपये
इलेक्ट्रिकल कार्पोरेशन 14.4 करोड़ रुपये
डॉ. देव जोनेजा 19 करोड़ रुपये
अनिल बंसल 19 करोड़ रुपये
हेमंत जालान 18 करोड़ रुपये
दीपक नरूला 6.5 लाख यूएस डॉलर
पवन तिवारी 5 लाख यूएस डॉलर
पूर्व छात्रों की मदद से चल रहे ये प्रोजेक्ट
- गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी
- ऊर्जा नीति और जलवायु समाधान केंद्र
- मेहता फैमिली सेंटर फॉर इंजीनियरिंग इन मेडिसिन
- डॉ. रंजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र
- हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के लिए शिवानी केंद्र
- छात्रों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति