Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Old age pension: 10 lakh beneficiaries will increase this time second installment released to 47 lakh

वृद्धावस्था पेंशन: इस बार बढ़ेंगे 10 लाख लाभार्थी, 47 लाख को दूसरी किस्त जारी 

उत्तर प्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन के लिए इस बार 10 लाख लाभार्थी बढ़ जाएंगे। अभी तक लगभग 47 लाख लाभार्थियों को पेंशन की दूसरी किस्त जारी हुई है

Deep Pandey संतोष वाल्मीकि, लखनऊFri, 3 Nov 2023 01:13 PM
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Old Age Pension: यूपी के समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) की ओर से संचालित वृद्धावस्था पेंशन में चालू वित्तीय वर्ष में 10 लाख नए लाभार्थी बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है। फिलहाल चालू वित्तीय वर्ष में अभी तक लगभग 47 लाख लाभार्थियों को पेंशन की दूसरी किस्त जारी हुई है जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में इस योजना के लाभार्थियों की कुल संख्या 54 लाख 97 हजार थी। 

समाज कल्याण विभाग में इस योजना के प्रभारी अधिकारी कृष्णा प्रसाद के अनुसार, पिछले वित्तीय वर्ष से अब तक करीब ढाई लाख लाभार्थियों का निधन हुआ। इसके अलावा अपने बैंक खाते आधार सीडेड न करवा पाने की वजह से करीब 5.5 लाख लाभार्थी योजना का लाभ नहीं पा सके। उन्होंने बताया कि अभी तक योजना के लाभ से वंचित मौजूदा सूचीबद्ध लाभार्थी अपने बैंक खातों की आधार सीडिंग करवा रहे हैं। इनसे लाभार्थियों की तादाद में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा नये लाभार्थी भी बड़ी तादाद में आवेदन कर रहे हैं। इस तरह से चालू वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले करीब 10 लाख लाभार्थी बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है।

गुरुवार को केन्द्र सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन और वृद्धाश्रमों की मौजूदा स्थिति और प्रगति का आंकलन करने के लिए सभी प्रदेशों और केन्द्र शासित राज्यों के  समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को तलब किया। नई दिल्ली से फोन पर हुई बातचीत में कृष्णा प्रसाद ने बताया कि केन्द्रीय ग्राम्य विकास विभाग के सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पूरे देश में अकेले उत्तर प्रदेश द्वारा सर्वाधिक संख्या में आधार बेस खातों में वृद्धावस्था पेंशन की राशि भेजे जाने की व्यवस्था शुरू करने पर राज्य की सराहना भी की गई।

दूसरे राज्यों को उत्तर प्रदेश से प्रेरणा लेने की नसीहत भी दी गई। इस मामले में दूसरे नम्बर पर तेलंगाना राज्य रहा। वृद्धावस्था पेंशन की योजना केन्द्रीय ग्राम्य विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय सामाजिक कार्यक्रम के तहत संचालित है।
 

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