Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Mukhtar Ansari s son Abbas left for Ghazipur from Kasganj jail to attend Fatiha action taken as soon as SC order was received

मुख्तार अंसारी की फातिहा में शामिल होने कासगंज जेल से गाजीपुर रवाना हुआ बेटा अब्बास, SC का आदेश मिलते ही एक्शन

मुख्तार अंसारी की फातिहा में शामिल होने के लिए बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल से गाजीपुर रवाना हो गया है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलते ही कासगंज जेल प्रशासन ने अब्बास को रवाना कर दिया।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, कासगंजTue, 9 April 2024 05:15 PM
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मुख्तार अंसारी की फातिहा रस्म में शरीक होने के लिए अब्बास अंसारी को कासगंज जेल से गाजीपुर स्थित उसके घर रवाना कर दिया गया है। मंगलवार की दोपहर ही सुप्रीम कोर्ट ने अब्बास की याचिका पर उसे अंतरिम जमानत पर गाजीपुर जाने की इजाजत देते हुए जेल प्रशासन को आदेश दिया था। अब्बास ने चार दिन का समय मांगा था लेकिन उसे तीन दिन के लिए इजाजत मिली है। मंगलवार की शाम पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच उसे जिला कारागार से गाजीपुर ले गई। मुख्तार अंसारी की 10 अप्रैल को पैतृक गांव में फातिहा रस्म है। 

मंगलवार दोपहर सुप्रीम कोर्ट से आदेश होते ही जिला कारागार प्रशासन को विधायक अब्बास अंसारी के गाजीपुर भेजने का आदेश मिल गया। जेल प्रशासन ने आदेश के अनुपालन के बाद औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच गाजीपुर भेज दिया। न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान 28 मार्च को उत्तर प्रदेश में बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मृत्यु हो गई थी। अब्बास की तरफ से जनाजे में शामिल होने के लिए भी अर्जी लगाई गई थी लेकिन उस पर सुनवाई नहीं हो सकी थी।

विधायक अब्बास इस समय कासगंज की जेल में निरुद्ध है। उसने पिता की फातिहा रस्म में शामिल होने की अनुमति मांगी थी। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ के समक्ष आई। पीठ ने कहा कि रस्म में शामिल होने की अनुमति देने से इनकार करने का कोई कारण नहीं है। शीर्ष अदालत ने निर्देश दिया कि अब्बास अंसारी को कासगंज जेल से पर्याप्त सुरक्षा के साथ पुलिस हिरासत में उसके पैतृक निवास स्थान गाजीपुर ले जाया जाए।

13 अप्रैल को वापस जेल लाया जाएगा
कासगंज। अदालत ने राज्य पुलिस प्रमुख को यह सुनिश्चित करने को कहा कि कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हो। पीठ ने कहा कि अब्बास अंसारी को 11 और 12 अप्रैल को अपने परिवार के सदस्यों से मिलने की अनुमति दी जाए। न्यायालय ने कहा कि उसे 13 अप्रैल को वापस कासगंज जेल लाया जाए।

अब्बास के गाजीपुर जाने की सुनते ही सुरक्षा प्रबंध में जुट गए अफसर

कासगंज जेल में बंद मऊ विधायक अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गाजीपुर जाने की इजाजत मिलने की सूचना आते ही जेल और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हो गए। अधिकारियों के निर्देश पर जेल क्षेत्र की सोरों कोतवाली से पुलिस कर्मी जेल गेट और आसपास तैनात कर दिये गये। गाजीपुर ले जाने और लाने के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई। जिन्हें अब्बास को लेकर रवाना हुई पुलिस वैन के साथ तैनात किया गया। सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जिले के अधिकारी शासन तक आला अधिकारियों को रिपोर्ट करते रहे। 

अब्बास अंसारी के गाजीपुर जाने को लेकर जेल के अंदर अधिकारियों ने जरूरी कार्यवाही शुरू कर दी गईं। शाम पांच बजे अब्बास के रवाना होने की चर्चाओं के बीच जेल के बाहर पुलिस कर्मी तैनात हो गए। अब्बास के गाजीपुर रवाना होने की तैयारियां चलती रहीं। शाम सात बजकर 42 मिनट पर अब्बास अंसारी की सुरक्षा कर्मियों के साथ वैन जेल के मुख्य गेट से बाहर निकलते ही पुलिस और भी सतर्क हो गई।

जेल से लेकर कासगंज के बीच पुलिस कर्मी सुरक्षा के लिए तैनात किये गये। सीओ सिटी अजीत सिंह भी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पहुंचे। अधिकारियों का कहना है कि, जिस जिस जनपद से होकर अब्बास और पुलिस वैन गुजरेगी वहां की पुलिस भी सुरक्षा व्यवस्था सक्रिय रहेगी। 

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