यूपी में पूरब से पश्चिम तक मॉनसून मेहरबान, IMD का अलर्ट; अब भारी बारिश के लिए हो जाइए तैयार
अगले दो दिनों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न अंचलों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। लंबे इंतजार के बाद आगरा समेत ब्रज के अलावा लखनऊ और आसपास शुक्रवार की शाम से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया।
UP Monsoon Update: मॉनसून अब उत्तर प्रदेश पर मेहरबान नजर आ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न अंचलों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। लंबे इंतजार के बाद आगरा समेत ब्रज के अलावा लखनऊ और आसपास के इलाकों में भी शुक्रवार की शाम से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया।
उधर, दिल्ली में शुक्रवार को मॉनसून के पहले दिन लगातार तीन घंटे तक बारिश हुई जो पिछले 88 सालों में इस महीने हुयी सर्वाधिक वर्षा है। बारिश के कारण दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा ढहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया गया। राजधानी के कई हिस्से जलमग्न हो गए। दिल्ली में 1936 के बाद पिछले 88 वर्षों में जून में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, और 1901 से 2024 की अवधि में दूसरी सबसे अधिक बारिश है।
लखनऊ में आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार बुन्देलखंड व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जो बारिश हो रही है वह दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून की अरब सागर वाली शाखा की अत्यधिक सक्रियता की वजह से हो रही है। मगर अब बंगाल की खाड़ी वाली मानसूनी शाखा भी सक्रिय होगी। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम हवा का एक दबाव क्षेत्र बना है और उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश की तरफ एक ट्रफ भी बना है।
पिछले 24 घंटों में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्सों, हरियाणा के कुछ इलाकों, सम्पूर्ण दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार के बाकी बचे इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और क्षेत्रों तथा उत्तराखंड के बाकी बचे इलाकों में आगे बढ़ा। शुक्रवार को मानसून की लाइन जैसलमेर, चुरु, भिवानी, दिल्ली, अलीगढ़, कानपुर, गाजीपुर, गोण्डा, खीरी, मुरादाबाद, उना, पठानकोट और जम्मू से होकर गुजर रही थी। देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है।
यूपी में सर्वाधिक बारिश हाथरस में दर्ज की गई
बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वी अंचल के बजाए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादा बारिश हुई। सबसे अधिक 11 सेंटीमीटर बारिश हाथरस के सासनी में रिकार्ड की गई। इसके अलावा मुरादाबाद और हाथरस में आठ-आठ, बरेली के नवाबगंज में सात, बुलंदशहर के नरोरा में सात, गाजीपुर में सात और खीरी में तीन सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई। शुक्रवार की शाम राजधानी लखनऊ और आसपास भी बारिश हुई, जिससे उमस भरी गर्मी से बेहाल जनजीवन ने राहत की सांस ली। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
यूपी में बिजली गिरने से 15 की मौत
प्रदेश में शुक्रवार को अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई। सर्वाधिक 11 मौतें कानपुर और आसपास के जिलों में हुई हैं। वज्रपात से फतेहपुर में पांच, बांदा में दो, चित्रकूट, झांसी, औरैया और कानपुर देहात में एक-एक, सुलतानपुर में दो, अमेठी में एक महिला और रायबरेली में एक किशोर की मौत हो गई।
ट्रांस यमुना में देर रात बिजली गिरी
आगरा में गुरुवार देर रात भारी बारिश के बीच ट्रांस यमुना कालोनी फेस-1 में धमाके के साथ बिजली गिरी। इससे कई घरों के मोबाइल, टीवी, चार्जर, पंखे आदि फुंक गए। दहशत फैल गई। बी ब्लाक में तमाम लोग गहरी नींद में सोए हुए थे, तभी 210 बजे तेज गरज के साथ धमाका हुआ। घर के बाहर लगे टाइल्स उखड़ गए।