यूपी के एडेड स्कूलों की इनकम बढ़ाने की तैयारी, शादी समारोहों के लिए इस शर्त के साथ मिल सकती है इजाजत
यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त एडेड माध्यमिक स्कूलों में अब सार्वजनिक कार्यक्रम, शादियां हो सकेंगे। एडेड स्कूलों की आय बढ़ाने के लिए इस पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इजाजत शर्तों के साथ दी जाएगी।
यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त एडेड माध्यमिक स्कूलों में अब सार्वजनिक कार्यक्रम, शादियां हो सकेंगी। एडेड स्कूलों की आय बढ़ाने के लिए इस पर विचार किया जा रहा है। हालांकि यह स्पष्ट है कि केवल ऐसे कार्यक्रमों को ही अनुमति मिलेगी, जिससे शिक्षण कार्यों में कोई बाधा न आए।
शासन स्तर पर विशेष सचिव स्तर के अधिकारी को इसकी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। कार्ययोजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ऐसे कार्यक्रमों को ही शामिल किया जाएगा, जिससे स्कूलों में चल रही पढ़ाई पर कोई असर न आए। स्कूल के मैदान या अन्य हॉल के इस्तेमाल ऐसे समय में हो जब स्कूल का समय न हो। इससे आने वाले फंड का इस्तेमाल स्कूलों की देखरेख में किया जाएगा। पिछले वर्ष सरकार ने 200 करोड़ रुपये का बजट एडेड स्कूलों की मरम्मत के लिए दिया है।
इन स्कूलों में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का वेतन सरकार देती है जबकि एडेड स्कूलों में बालिकाओं की शिक्षा निशुल्क है, वहीं बालकों से लगभग 500 रुपये सालाना फीस ली जाती है। स्कूलों की देखरेख, मरम्मत, फर्नीचर, उपकरण या रंगाई-पुताई आदि के लिए कोई फण्ड नहीं होता। एडेड स्कूलों की आय बढ़ाने के लिए इस पर मंथन किया जा रहा है। एक दशक पहले भी स्कूलों में सार्वजनिक कार्यक्रम व शादी-ब्याह होते थे। इससे स्कूल प्रबंधन को आय होती थी क्योंकि इसके लिए किराया लिया जाता था लेकिन 2012 में राज्य सरकार ने इस पर रोक लगा दी थी।
निपुण परीक्षा दिसंबर में
सरकारी प्राइमरी स्कूल में होने वाली निपुण परीक्षा अब 2 दिसंबर से होगी। लखनऊ, बरेली, अयोध्या और झांसी मंडल में निपुण परीक्षा का आयोजन हो चुका है। प्रयागराज, मिर्जापुर और बस्ती मंडल में 2 दिसंबर, आजमगढ़, चित्रकूट और कानपुर मंडल में 5 दिसंबर, गोंडा और गोरखपुर मंडल 8 दिसंबर, मेरठ व मुरादाबाद मंडल में 10 दिसंबर, अलीगढ़ में 12 दिसंबर और आगरा - सहारनपुर मंडल में 14 दिसंबर को होगी।