Machlishahar Results 2024: वाराणसी से सटी मछलीशहर लोकसभा सीट पर भी भाजपा हारी, सपा की प्रिया सरोज नई सांसद
Machlishahar Results 2024: वाराणसी से सटी मछलीशहर लोकसभा सीट भी भाजपा हार गई है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी की प्रिया सरोज ने भाजपा के मौजूदा सांसद और प्रत्याशी बीपी सरोज को हरा दिया है।
Machlishahar Results 2024: वाराणसी से सटी मछलीशहर लोकसभा सीट भी सपा ने भाजपा से छीन ली है। इस सीट की एक विधानसभा सीट पिड्रा वाराणसी जिले में ही आती है। मछलीशहर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की प्रिया सरोज ने भाजपा के प्रत्याशी और मौजूदा सांसद बीपी सरोज को हरा दिया है। प्रिया सरोज ने बीपी सरोज को 35850 वोटों से हराया है। प्रिया सरोज को 451292 वोट मिले। बीपी सरोज 415442 वोट हासिल कर सके। यहां बसपा के कृपा शंकर सरोज ने भी दमदार उपस्थिति दर्ज की है। कृपाशंकर सरोज को 157291 वोट मिले।
पिछले लोकसभा चुनाव में यह सीट देश में सबसे कम अंतर से भाजपा ने जीती थी। यहां भाजपा के बीपी सरोज ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी टी राम को केवल 181 वोटों से हराया था। तब पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जिले की पिंडरा सीट पर मिली लीड के कारण ही भाजपा को यह जीत नसीब हो सकी थी। 1962 में मछलीशहर पहली बार लोकसभा की सीट बनी। जौनपुर के मछलीशहर, मड़ियाहू, जफराबाद, केराकत और वाराणसी की पिंडरा विधानसभा को मिलाकर इस लोकसभा को गठन किया गया है।
मछलीशहर और केराकत विधानसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1962 में यहां के पहले चुनाव में कांग्रेस के गणपत ने जनसंघ के महादेव को हराया था। भारतीय लोकदल के राजकेशर सिंह ने 1977 में कांग्रेस के विजय रथ को रोका और नागेश्वर दिवेदी को पराजित किया। इससे पहले यहां एक दशक से कांग्रेस जीतती रही थी। 1984 में आखरी बार कांग्रेस से श्रीपति सांसद चुने गए। उन्होंने लोकदल के शिव शरण को हराया था। उसके बाद इस सीट पर कांग्रेस की अब तक वापसी नहीं हुई।
जब देश में राम मंदिर मुद्दा अपने चरम पर था तो यहां भाजपा हार गई थी। 1989 के चुनाव में जनता दल के शिवशरण वर्मा ने कांग्रेस के श्रीपति मिश्रा को हराया। वहीं, 1991 में शिवशरण ने भाजपा के राजकेशर सिंह को हराया। 1996 में भाजपा के राम विलास वेदांती यहां से जीतकर सांसद बने थे। 1998 में भाजपा के स्वामी चिन्मयानंद ने सपा के हरवंश सिंह को मात दी। बसपा ने 2004 में उमाकांत यादव को टिकट दिया और उन्होंने सपा के सीएम सिंह को हराकर खाता इस सीट पर पार्टी का खाता खोला। 2009 में सीट सुरक्षित होने के बाद सपा के तूफानी सरोज ने बसपा के कमलाकांत गौतम को परास्त कर दिया।
2014 में मोदी लहर में भाजपा से रामचरित्र निषाद ने बसपा के बीपी सरोज को हराया। 2019 के चुनाव में भाजपा के रामचरित्र निषाद सपा में चले गए और बसपा के बीपी सरोज भाजपा में आकर सांसद बने। 2014 में एकतरफा रहा मुकाबला इससे पहले 2014 में मुकाबला एकतरफा था। बीजेपी के रामचरित्र निषाद को 4,38,210 और बसपा के बीपी सरोज को 2,66,055 वोट ही मिले थे। तब सपा के तूफ़ानी सरोज को 1,91,387 वोट हासिल हुए थे। कांग्रेस के तूफ़ानी निषाद ने 36,275 और भाकपा के सुबास चंद्र को 18,777 मत मिले थे।
भाजपा गठबंधन के पास तीन विधानसभा सीटें मछलीशहर लोकसभा सीट पांच विधानसभा सीटों को मिलाकर बनी है। चार विधानसभा सीटें जौनपुर और एक सीट वाराणसी जिले में आती है। विधानसभा चुनाव में पांच में से दो सीटों पर भाजपा और उसकी सहयोगी अपना दल को जीत मिली थी। सपा और ओपी राजभर की सुभासपा को तीन सीटें हासिल हुई थीं। हालांकि अब सुभासपा भी एनडीए का हिस्सा हो गई है तो यहां की तीन सीटें भाजपा गठबंधन के पास कहीं जाएंगी।
ऐसे बदलता रहा वोटों का रुझान
7.30 PM- सपा की प्रिया सरोज ने 34847 की बढ़त बनाकर जीत के करीब पहुंच गई हैं। दूसरे नंबर पर बीपी सरोज हैं।
5.15 PM- सपा की प्रिया सरोज 34536 की बढ़त बनाकर लीड पर चल रही हैं।
3.45 PM- सपा की प्रिया सरोज 330413 (+ 38238) आगे चल रही हैं। वहीं भाजपा के बीवी सिंह 292175 वोट के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
9.15 AM- भाजपा के बीपी सरोज आगे (7377) , सपा की प्रिया सरोज (5102) पिछड़ीं
8.00 AM- मतगणना शुरू