यमुना Expressway पर आलीशान ढाबा जमींदोज, एक दर्जन अवैध निर्माणों पर चला बुलडोजर
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने मथुरा में कॉलोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई की है। प्राधिकरण ने अधिसूचित क्षेत्र की 16.35 हेक्टेयर यानी 40 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे को ध्वस्त कराया है।
Bulldozer action on Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को मथुरा में कॉलोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई की। प्राधिकरण ने अधिसूचित क्षेत्र की 16.35 हेक्टेयर यानी 40 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे को ध्वस्त कराया है। यहां कॉलोनाइजरों ने अवैध कॉलोनी समेत गेमिंग जोन आदि खोलकर व्यावसायिक गतिविधि कर रहे थे। उक्त भूमि की अनुमानित कीमत 245 करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है। वहीं पानीगांव से यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते पर एक दर्जन अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए हैं। इसमें एक महंगा होटल भी शामिल है। वृंदावन कट पर सबसे बड़े रुद्र शिवा ढाबा के अगले हिस्से को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। ध्वस्तीकरण शुरू होने से पहले वहां सैकड़ों ग्राहक मौजूद थे। प्रशासन ने सभी को बाहर निकाला और वहां खड़ी दर्जनों गाड़ियों को वहां से हटवा दिया।
बता दें कि शिवा ढाबा इस इलाके का आलीशान ढाबा था। बुलडोजर ऐक्शन के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर अधिकारियों की नाक के नीचे अवैध कब्जा कर इतना बड़ा आलीशान ढाबा खड़ा कैसे हो गया। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र छह जिलों तक फैला हुआ है। इनमें गौतमबुद्धनगर के अलावा बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा व आगरा शामिल है। प्राधिकरण की मथुरा में हेरीटेज सिटी बसाने की योजना हैं, जो एक्सप्रेसवे के किनारे पर विकसित की जाएगी।
इसके अलावा मथुरा में अन्य विकास परियोजनाओं को भी विकसित किया जाना है। ऐसे में कॉलोनाइजरों ने प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र पर कोलोनी काटनी शुरू कर दी हैं। वहां गेमिंग जोन, रेस्त्रत्तं समेत अन्य व्यावसायिक गतिविधियां भी आयोजित हो रही थी। इसकी प्राधिकरण को जानकारी मिली तो शुक्रवार को प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह, प्रशासन और मथुरा पुलिस की टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
मथुरा के पानीगांव बांगर व ढकू की विभिन्न गाटा संख्या की करीब 16.35 हेक्टेयर भूमि पर अवैध रूप से कोलोनाइजरों का कब्जा था। जिसे टीम ने बुल्डोजर से ध्वस्त करा दिया है। इस दौरान मौके पर भूलेख विभाग से अरविंद, मथुरा पुलिस अधीक्षक प्रवीण मलिक, मथुरा सदर तहसील के एसडीएम समेत अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
35 कॉलोनियां की थी चिह्नित
प्राधिकरण ने जेवर क्षेत्र के अलावा मथुरा, बुलंदशहर, आगरा व टप्पल के अधिसूचित क्षेत्र में 35 अवैध कॉलोनियां चिह्नित की थी। इसके अलावा 300 से अधिक कालोनाइजरों को कब्जा हटाने के लिए पूर्व में नोटिस भी जारी किए थे, लेकिन कॉलोनाइजरों ने नोटिस के बाद भी कब्जा नहीं हटाया। वहां पर अभी भी अवैध रूप से प्लॉटिंग हो रही है। जिसके चलते प्राधिकरण ने कॉलोनाइजरों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है।
येड़ा के ओएसडी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि कुल 37 अवैध निर्माण चिह्नित किए गए हैं। इन्हे कई बार नोटिस दिया गया। फिर धारा 10 के तहत कोर्ट की कार्रवाई भी की गई। उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश के बाद यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि मथुरा जिले में येड़ा की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। बाकी अवैध निर्माण को मंगलवार और फिर शुक्रवार को तोड़ा जाएगा। वृंदावन कट पर सबसे बड़े रुद्र शिवा ढाबा के अगले हिस्से को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया, यहां ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू होने से पहले सैकड़ों ग्राहक मौजूद थे। प्रशासन ने सभी को बाहर निकाला और वहां खड़ी दर्जनों गाड़ियों को वहां से हटवा दिया।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि प्राधिकरण आम लोगों को विज्ञापन के माध्यम से जागरूक कर रही हैं। साथ ही अब प्राधिकरण स्तर से जो नई योजनाएं भी लागू हो रही हैं उस पर भी अवैध कॉलोनाइजरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए संदेश लिखा जा रहा है।
बड़ी तादाद में मौजूद रहे अधिकारी
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही में एसडीएम मांट आदेश कुमार, तहसीलदार पवन कुमार गुप्ता, एसपी सिटी, सीओ महावन, प्रवीण मलिक, महिला थाना की प्रभारी आशा चौधरी के अलावा आधा दर्जन थानों के प्रभारी निरीक्षक, पीएसी और तहसील के कई लेखपाल मौजूद रहे।