...कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं; जौनपुर में चुनावी खेल से बाहर श्रीकला धनंजय सिंह ने चुप्पी तोड़ी
धनंजय के बाद उनकी पत्नी श्रीकला ने चुप्पी तोड़ी है। स्वाभिमान और भविष्य के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हू्ं। परिस्थितियां कितनी भी विपरीत हों आपके भरोसे और उम्मीद से कभी समझौता नहीं करूंगी।
जौनपुर में टिकट को लेकर मचे रार के बीच अब धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला ने भी चुप्पी तोड़ी है। श्रीकला ने जौनपुर वालों के नाम एक संदेश शोसल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि स्वाभिमान और भविष्य के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हू्ं। परिस्थितियां कितनी भी विपरीत हों आपके भरोसे और उम्मीद से कभी समझौता नहीं करूंगी। इससे पहले सोमवार को दिन भर चले घटनाक्रम के बाद नामांकन का समय खत्म होने पर धनंजय सिंह मीडिया के सा्मने आए थे। दबाव में चुनाव नहीं लड़ने की बातों से इनकार किया था। यह भी ऐलान किया था कि जौनपुर से अगला सांसद वही होगा जिसे वह चाहेंगे।
फिलहाल धनजंय सिंह और बसपा की तरफ से वार-पलटवार का दौर जारी है। धनंजय सिंह का कहना है कि उन्हें धोखा दिया गया है। अचानक उनकी पत्नी का टिकट काट दिया गया है। जबकि बसपा की तरफ से कहा गया है कि धनंजय सिंह ने खुद फोन कर पत्नी के चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी। ऐसे में श्रीकला की जगह श्याम सिंह यादव को टिकट दिया गया है।
मंगलवार को जौनपुरवासियों के नाम जारी पोस्ट में श्रीकला ने लिखा कि आपका साथ और विश्वास हमारी ताकत है। आपके रहते दुनिया का कोई व्यक्ति मेरे आत्मबल को तोड़ नहीं सकता। आपके आशिर्वाद की वजह से ही मैं जिला पंचायत अध्यक्ष हूं। जिसका निर्वाह बड़ी ही निष्ठा और ईमानदारी से कर रही हूं और करती रहूंगी। अंतिम सांस तक आपके अधिकार और न्याय की लड़ाई लड़ना हमारा धर्म है। आपका आदेश ही हमारे लिए सब कुछ है।
श्रीकला ने आगे लिखा कि सत्ता, सरकारें और पार्टियां हम (जनता) से हैं, हम उनसे नहीं। जेठ दुपहरिया हो या आधी रात.......चुनावी हार–जीत, लड़ने– न लड़ने और तमाम अच्छे–बुरे प्रसंगों से परे हम हमेशा आपके साथ खड़े मिलेंगे। परिस्थितियां कितनी भी विपरीत हो जाए, आपके भरोसे और उम्मीद से कभी समझौता नहीं करूंगी, ये हमारा आपसे वादा है। किसी भी परिस्थिति में आपका अहित नहीं होने दूंगी।
श्रीकला ने कहा कि जौनपुर हमारा परिवार है, इसलिए इस परिवार के स्वाभिमान और भविष्य के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं। आपके हित के लिए सर्वस्व न्योछावर के लिए तैयार हूं। हमे पता है, आप आहत और उदास है, मैं भी हूं... लेकिन चिंता मत करिए, आपके आशीर्वाद से हम दोगुनी ताकत से आपकी सेवा में हाजिर हैं।