सैफई में धरतीपुत्र मुलायम सिंह की अंतिम विदाई पर उमड़ा जनसैलाब, संभाले नहीं थम रही भीड़, कई बेहोश
मुलायम सिंह यादव को श्रद्धाजंलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है। एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं। सभी अपने नेता के अंतिम दर्शन के लिए इतने उतावले हैं कि एक-दूसरे को धकेलकर आगे बढ़ने की होड़ मची हैं
सैफई में 'धरतीपुत्र' मुलायम सिंह यादव को श्रद्धाजंलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है। एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं। सभी अपने नेता के अंतिम दर्शन के लिए इतने उतावले हैं कि एक-दूसरे को धकेलकर आगे बढ़ने की होड़ मची हैं। मंच पर सांसद से लेकर विधायक और यहां तक कि बड़े नेता भी लाइन में हैं। यूपी के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, राज्य मंत्री असीम अरुण, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, देवेंद्र सिंह भोले, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु ने भी लाइन में लगकर ही मंच श्रद्धाजंलि अर्पित की।
बेतहाशा भीड़ से पंडाल में बेहोश हुए लोग
लोगों में अपने नेताजी को आखिरी बार देखने की ऐसी लालसा थी कि पंडाल में लगे खंभे पर चढ़ गए। वहीं से फोटो खींचते रहे और वीडियो बनाते रहे। भीड़ बढ़ने से मची अफरा-तफरी और उमस से पंडाल में तीन-चार लोग बेहोश हो गए। आनन-फानन उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
लोगों के सब्र का बांध टूटा तो रामगोपाल ने की मार्मिक अपील
श्रद्धाजंलि देने के लिए मंच तक न पहुंच पाने वाले लोगों के सब्र का बांध टूट गया और बैरिकेडिंग के नीचे और ऊपर से निकलकर मंच की तरफ बढ़ने लगे। यह देख कमिश्नर डॉ. राजशेखर के आग्रह पर प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने माइक संभालकर लोगों से मार्मिक अपील की, लेकिन भीड़ अपने नेता के पास पहुंचने के लिए थम ही नहीं रही थी।
डी में भी घुस गए थे लोग, सैफई के सारे रास्ते ब्लॉक
पुलिस ने भारी सुरक्षा घेरा तैयार किया था मगर भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोगों को संभाल पाना मुश्किल हो गया। मंच के सामने जो डी तैयार किया था, उसमें भी लोग घुस आए। उधर, सैफई आने वाले सारे मार्ग पूरी तरह चोक हो गए थे। सुबह 10 बजे तक 1 किलोमीटर दूर से ही कारों को रोका जा रहा था मगर बाद में यह दायरा 3 किलोमीटर तक पहुंच गया।