सपा को नुकसान पहुंचाएंगे इमरान मसूद? MY की तरह बसपा के लिए MD गठजोड़ पर जोर
निकाय चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़ने की पहले ही घोषणा कर चुकी बसपा के निशाने पर समाजवादी पार्टी का ही वोट बैंक है। इस वोट बैंक पर चोट करने और अपने पाले में लाने के लिए इमरान मसूद का सहारा लिया गया है।
लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे यूपी के निकाय चुनाव को साधने में सभी पार्टियां जुट गई हैं। भाजपा बहुत पहले से तैयारियों में जुटी थी तो वहीं सपा ने हर जिले के लिए पर्यवेक्षकों की टीम बनाकर भेज दिया है। पिछले तीन चुनाव से लगातार बेहद खराब प्रदर्शन कर रही बसपा भी नई रणनीति के साथ मैदान में उतर रही है। निकाय चुनाव अपने सिंबल पर चुनाव लड़ने की पहले ही घोषणा कर चुकी बसपा के निशाने पर समाजवादी पार्टी का ही वोट बैंक है। इस वोट बैंक पर चोट करने और अपने पाले में लाने के लिए इमरान मसूद का सहारा लिया गया है। कभी समाजवादी पार्टी में रहे इमरान बसपा में पहुंचे तो खुद मायावती ने सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और पश्चिमी यूपी की जिम्मेदारी भी दे दी।
बसपा में जिम्मेदारी मिलते ही इमरान मसूद एक्टिव हो गए। लगातार पश्चिमी यूपी के जिलों का दौरा कर रहे हैं। उनके निशाने पर समाजवादी पार्टी के MY समीकरण यानी मुसलमान-यादव गठजोड़ का M है। इमरान मसूद इस M यानी मुलसमान को बसपा से जोड़कर MD यानी मुसलमान-दलित गठजोड़ बनाना चाहते हैं। बिजनौर में बसपा का कार्यकर्ता सम्मेलन करने पहुंचे इमरान ने अपने मंसूबे जगजाहिर भी कर दिए।
इमरान ने साफ किया कि अगर मुसलमानों ने सपा की जगह बसपा का साथ दिया होता तो आज प्रदेश में दो तिहाई बहुमत से मायावती की सरकार होती। कहा कि भाजपा को हराने के लिए दलित और मुस्लिमों को एक साथ आना होगा। दलितों और मुस्लिमों के गठजोड़ से पिछड़े भी आ जाएंगे। इसके बाद जीत से कोई नहीं रोक सकता है।
इमरान मसूद ने अखिलेश पर भी निशाना साधते हुए मुसलमानों को आगाह किया। कहा कि मुसलमान भैया भैया कहकर अखिलेश के पीछे भागा जा रहा था। मुसलमान जितना उनके पास जाता अखिलेश उतने ही दूर चले जाते। इमरान मसूद ने कहा कि सपा एक बुलबुला है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मीडिया से मिलकर सपा का तूफान पैदा किया। जबकि सपा की छोटी सी हवा भी नहीं चल रही थी।
इमरान ने कहा कि हम लोग बहन जी को मजबूत करने आए हैं। हम दबे कुचले लोगों को एक करने आए हैं। सपा से पहले इमरान मसूद कांग्रेस में भी थे। कांग्रेस की संभावनाओं पर उन्होंने साफ किया कि वह तो यूपी में है ही नहीं। उन्होंने कहा कि उसके पास संगठन ही नहीं है।
मसूद ने कहा कि निकाय चुनाव ही नहीं, हम साल 2024 और 2027 में बेहतर प्रदर्शन करते हुए बहन मायावती के हाथों को मजबूत बनाएंगे। कहा कि पूर्व सीएम मायावती के सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के नारे को चरितार्थ करेंगे। भाजपा सरकार में मुस्लिमों का ही नहीं कई वर्गों का उत्पीड़न हो रहा है।