कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा तो पूरब से पश्चिम तक हर थाने के बाहर पहुंचेगा कार्यकर्ता, शिवपाल ने इंस्पेक्टर को फोन पर दी चेतावनी
तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग से पहले बदायूं में सियासी घमासान मच गया। सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इंस्पेक्टर को फोन पर चेतावनी तक दे डाली।
तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग से पहले बदायूं में सियासी घमासान मच गया। सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इंस्पेक्टर को फोन पर चेतावनी तक दे डाली। सपा नेता शिवपाल यादव का आरोप है कि जिले के अधिकांश थानेदार उनके कार्यकर्ताओं को डरा धमका रहे है। शांतिभंग में कार्रवाई कर जेल भेज रहे है। वहीं, मुचलका और लालकार्ड के जरिए कार्यकर्ताओं में दहशत फैलाई जा रही है। शिवपाल का फोन पर किसी से बातचीत का एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। दावा किया जा रहा है कि शिवपाल यादव बिल्सी इंस्पेक्टर को चेतावनी दे रहे हैं, अगर कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा गया तो पूरब से पश्चिम तक के प्रत्येक थाने के बाहर सपा कायकर्ता पहुंच जाएगा।
अगर कोई अधिकारी कार्यकर्ताओं को पकड़ने का दबाव बना रहा है तो उसका नाम बताया जाए। शिवपाल यादव ने इस संबंध में जहां एसएसपी आलोक प्रियदर्शी से शिकायत की है, तो वहीं सुबह उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त नई दिल्ली को भी शिकायत भेजी है। जिसमें बदायूं जिले के 11 थानेदारों के नाम तो संभल जिले के रजपुरा थाने के थानेदार पर कार्यकर्ताओं को जबरन जेल भेजने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है बदायूं जिले के थानेदारों ने अब तक उनके 40 कार्यकर्ताओं को जेल भेज दिया है। दरअसल यूपी की 80 सीटों में से एक बदायूं लोकसभा सीट इस बार प्रदेश की मुख्य हॉट सीटों में से एक मानी जा रही है। वह इसलिए क्योंकि यहां से सपा नेता शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
आदित्य ने भाजपा उम्मीदवार दुर्विजय सिंह के खिलाफ चुनावी रण में उतरे हैं। जिससे यहां सियासी घमासान मचा हुआ है। बेटे आदित्य को जिताने के लिए पिता शिवपाल यादव ने पूरी ताकत लगा दी है। शिवपाल यादव पहले दिन ही से लगातार बदायूं में लोगों से संपर्क कर रहे हैं और बेटे को जिताने के लिए लेागों से समर्थन भी मांग रहे हैं। फिलहाल बदायूं में बढ़ती भीषण गर्मी के बीच सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। हर बार की तरह इस बार भी राजनीतिक दल जिला प्रशासन और विपक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।