हाइजिया ग्रुप ने अपने पूर्व छात्रों के कॉलेजों में भी कराया करोड़ों का फर्जीवाड़ा, रिमांड पर बड़ा खुलासा
प्रदेश और केन्द्र सरकार की योजना के तहत कमजोर श्रेणी के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के फर्जीवाड़े में हाईजिया एजुकेशन ग्रुप ने खूब दिमाग लगाया। इसका खुलासा रिमांड पर हुआ है।
प्रदेश और केन्द्र सरकार की योजना के तहत कमजोर श्रेणी के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के फर्जीवाड़े में हाईजिया एजुकेशन ग्रुप ने खूब दिमाग लगाया। इस समूह के कालेज हाइजिया कालेज ऑफ फार्मेसी में जब दिव्यांग छात्रों की सभी 50 सीटें भर गई तो अपनी साठगांठ के जरिए हरदोई और फर्रुखाबाद समेत कई अन्य जिलों के कॉलेजों में फर्जी दस्तावेजों से खाली सीटों पर दिव्यांग छात्रों की भर्ती दिखाना शुरू कर दिया। इसके लिए उसने वह कॉलेज खोले जो उसके यहां से पढ़कर निकले छात्रों ने खोले थे। यह खुलासा हाइजिया ग्रुप के कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता ने सोमवार को रिमांड पर आने के दौरान किया।
हाइजिया ग्रुप के संचालक जाफरी बंधुओं के कहने पर फर्जीवाड़ा करने में सबसे अहम भूमिका उसके कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता की ही रही। उसे सात जून को भी रिमांड पर पर लिया गया था लेकिन उस दिन जीवा की हत्या हो जाने की वजह से पुलिस अधिकारी पूछताछ नहीं कर सके थे। इस पर उसकी रिमाण्ड और मांगी गई थी। इस पर सोमवार सुबह से मंगलवार सुबह 10 बजे तक की रिमाण्ड पुलिस को दी गई थी। इस दौरान ही उसने चौँकाने वाले खुलासे किए।
पीजीडीएम कोर्स के लिये डेढ़ लाख रुपए
रवि प्रकाश ने खुलासा किया कि सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा पोस्ट ग्रुजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) कोर्स में हुआ। इसके लिये सबसे ज्यादा छात्रवृत्ति करीब डेढ़ लाख रुपये आती थी। अन्य कोर्स की फीस 70 से 80 हजार रुपये ही थी। इस समूह के प्रबन्धन के अलावा तीन और लोग थे जो दिव्यांग छात्रों को ढूंढ़ते रहे।
अपने पूर्व छात्रों को भी बना दिया गुनाहगार
एक अधिकारी ने बताया कि जाफरी बंधुओं के यहां से पढ़कर निकले कई छात्रों ने वर्ष 2018-19 में अपना कालेज खोल लिया था। इन कालेजों में सीटें भी ज्यादा थी। यही पर संचालकों ने अपना दिमाग चलाया। रवि प्रकाश के जरिये इन कालेजों के संचालक यानी अपने पूर्व छात्रों को मुलाकात के लिये बुलाया। पहले उन्हें कुछ नहीं बताया और लालच दिया कि वह उनके यहां दिव्यांग छात्रों की सीट भरा देंगे। पर, इनकी छात्रवृत्ति में उसे कमीशन देना पड़ेगा। इसके बाद उसने फर्जीवाड़ा कर ऐसे कई कालेजों में दिव्यांग छात्रों के दस्तावेज भेज कर आंकड़ों में प्रवेश दिखा दिया। रवि से मिली कई जानकारियां के आधार पर पड़ताल की जा रही है।
यहां इतने प्रवेश हुए
आरपी वर्मा इंटर कालेज, हरदोई-68
जेपी वर्मा इंटर कालेज, हरदोई-304
ज्ञानवती इंटर कालेज, हरदोई-110
जीविका इंटर कालेज, हरदोई-42
ओपी गुप्ता मैनेजमेंट इंस्टीटयूट, फर्रुखाबाद-82