कर्मचारियों के मिलीभगत से एलडीए की 16 भूखंडों पर बन गईं कोठियां, 35 करोड़ से अधिक है जमीन की कीमत
लखनऊ में फर्जी रजिस्ट्री के जरिए एलडीए की 16 भूखंड़ों पर कोठियां बन गईं है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से गोमती नगर स्थित भूखंडों पर कोठियां खड़ी हो गई हैं।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में फर्जी रजिस्ट्री के जरिए एलडीए की 16 भूखंड़ों पर कोठियां बन गईं है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से गोमती नगर स्थित भूखंडों पर कोठियां खड़ी हो गई हैं। अब ये मकान बनकर तैयार हो गए हैं तो इन्हे फर्जी घोषित कर दिया गया है। इस भूखंड की कीमत 35 करोड़ से अधिक की आंकी जा रही है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण को पिछले साल 22 भूंखड़ों के फर्जी रजिस्ट्री होने की जानकारी मिली थी। कुछ लोगों ने इसकी लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसकी एक साल तक जांच चल रही थी। अब इसमें से 16 भूखंड की रजिस्ट्री फर्जी मिली है। एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने मौके पर इसकी स्थलीय जांच का निर्देश दिया था।
जब अधिशासी अभियंता अरविंद्र कुमार सिंह ने इन भूखंडों की जांच कराई तो फर्जी रिजस्ट्री पर चार-चार मंजिला कोठियां बनी मिली। किसी भूखंड पर दो, किसी पर तीन मंजिला इमारत बने मिले। यहां तक की एलडीए के इंजीनियर इनके नक्शे भी पास कर चुके हैं। प्रवर्तन के इंजीनियरों की मिलीभगत से ही इन सरकारी जमीनों पर निर्माण हुआ है। कर्मचारियों की आईडी से कंप्यूटर में इनकी फीडिंग भी की गई है। जिसके लिए नौ कर्मचारियों की आईडी का इस्तेमाल हुआ है।
धोखे से बेचे गए भूखंड
एलडीए की इस जमीन को दलालों और प्रॉपर्टी डीलरों ने फर्जी तरीके से लोगों को बेचा है। जब एलडीए के इंजीनियर मौके पर जांच करने पहुंचे तो लोगों ने उन्हें बताया कि भूखंड की फर्जी रजिस्ट्री की उन्हें जानकारी नहीं थी। अगर इस बात की थोड़ी भी भनक लगी होती तो करोड़ों रुपये खर्च करके भूखंड पर मकान ही क्यों बनवाते।
छह जमीनों पर बाउंड्री
एलडीए के छह भूखंडों पर बाउंड्री वॉल बनी मिली। इसकी भी फर्डी रजिस्ट्री कराने की बात सामने आ रही है। वहीं एक-दो मंजिला मकानों के बाहर विवादित होने का बोर्ड भी लगा हुआ है। एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि इस मामले की जांच अंतिम दौर में है। फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। वहीं एलडीए के भी जो लोग इस काम में शामिल हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।