यूपी में बिना मास्क के कोई दिखे तो जुर्माना लगाएं अधिकारी: राज्यपाल
सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शनिवार को कहा कि सरकारी अस्पतालों में महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के पूरे इंतजाम होने चाहिए। कोशिश होनी चाहिए कि प्रसव के दौरान किसी मौत न हो। इस दौरान उन्होंने...
सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शनिवार को कहा कि सरकारी अस्पतालों में महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के पूरे इंतजाम होने चाहिए। कोशिश होनी चाहिए कि प्रसव के दौरान किसी मौत न हो। इस दौरान उन्होंने कुपोषण और क्षय रोग से मुक्ति दिलाने में समाज की भागीदारी पर जोर दिया। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर की बढ़ती संभावना को देखते हुए उन्होंने सभी जिलों के अफसरों से आह्वान किया कि मास्क का पालन कड़ाई कराएं। कोई व्यक्ति बिना मास्क दिखता है तो जुर्माना लगाएं।
बलीपुर के आंगनबाड़ी केंद्र पर गोदभराई कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बाद राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में आंगनबाड़ी केंद्रों के गुजरात मॉडल को रेखांकित किया। कहा कि गुजरात में आंगनबाड़ी केंद्रों से जनता को जोड़ने का जो काम किया गया है उसकी शुरुआत अब यूपी में लखनऊ से की गई है। राज्यपाल ने बताया, लखनऊ में 26 टेक्निकल कॉलेजों के प्राचार्यों को राजभवन में बुलाकर इस पर चर्चा की गई। आश्चर्य की बात थी कि प्रिंसिपलों को पता ही नहीं था कि आंगनबाड़ी केंद्र कहां हैं और कैसे चलते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि चूंकि वह भी गुजरात में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री भी रह चुकी थीं इस वजह से उनकी इस विषय पर स्टडी अच्छी थी। इसके बाद लखनऊ में इस पर मंथन किया गया और पाया गया कि यहां के आंगनबाड़ी केंद्रों में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने बताया कि उप्र की राज्यपाल बनकर आते ही प्रधानमंत्री ने उनसे गुजरात की तरह आंगनबाड़ी केंद्रों से जनता को जोड़ने के लिए कहा था, प्रधानमंत्री ने खासकर कहा था कि बनारस में उसी तरह आंगनबाड़ी से लोगों को जोड़ने के लिए काम होना चाहिए। राज्यपाल ने बताया कि इसके बाद बनारस के सभी टेक्नकल कॉलेजों को आंगनबाड़ी से जोड़ा गया और जिससे उनकी जरूरतें पूरी की गईं।