कौन हैं IAS दिव्या मित्तल जिनके फेयरवेल में हुई फूलों की बारिश, विदाई में भावुक हुए मिर्जापुर के लोग
मिर्जापुर में जहां की डीएम रहीं आईएएस दिव्या मित्तल के तबादले की खबर से हर कोई अवाक रह गया। शनिवार को कलक्ट्रेट में औपचारिक विदाई समारोह में जिसमें उनके साथ करने वालों की भावनाएं उमड़ पड़ीं।
IAS Divya Mittal: नौकरी में तबादले होते रहते हैं लेकिन कभी-कभी कोई अधिकारी अपने काम से लोगों के दिलों में कुछ ऐसी जगह बना लेते हैं कि लोग उन्हें विदा नहीं करना चाहते और विदाई करनी पड़े तो भावुक हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला है यूपी के मिर्जापुर में जहां की डीएम रहीं आईएएस दिव्या मित्तल के तबादले की खबर से हर कोई अवाक रह गया। विदाई समारोह में जिसमें उनके साथ करने वालों की भावनाएं उमड़ पड़ीं। निवर्तमान डीएम जिले से विदा हुईं तो रास्ते में व्यापारियों के एक समूह ने रोककर उनपर फूलों की बारिश की।
मिर्जापुर की डीएम रहीं दिव्या मित्तल का बस्ती तबादला होने पर मिर्जापुर के सामाजिक संगठनों, प्रधान संघ और व्यापारी संघ ने शहर के गंगा नदी के पक्के घाट पर देर शाम एक विदाई समारोह आयोजित किया था। इस समारोह में उन पर देर तक गुलाब के फूलों की बारिश होती रही। लोगों ने उन्हें फूलों से ढंक दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। फूलों की बारिश के दौरान 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम्' का उद्घोष होता रहा।
बताते हैं कि आईएएस दिव्या मित्तल तमाम गांवों में जन चौपाल के जरिए जनता से सीधे जुड़ीं और उनसकी समस्याओं का समाधान किया। लोगों के बीच जाकर उनसे बात करना और उनकी दिक्कतों का पता लगाकर समाधान का निर्देश देना उनकी कार्यशैली में शामिल था।
दिव्या भी दिखीं भावुक
विदाई समारोह में निवर्तमान डीएम भी भावुक दिखीं। उन्होंने कहा कि मैं खाली झोली लेकर यहां आई थी। माता से मांगा था कि थोड़ा सा भर दो तो उन्होंने इतना भर दिया कि अब झोली छोटी पड़ गई है। लोगों के प्रेम ने मुझे इतना तर कर दिया है कि जैसे वह गंगा जी के पानी में निरंतर स्नान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि जब आपका पद नहीं रहता तो कोई आपका कोई नहीं रहता। आपके साथ कोई खड़ा नहीं होगा लेकिन इतने सारे लोग जो यहां खड़े हैं उन्हें आज मैं कुछ नहीं दे सकती। मैंने सिर्फ मिर्जापुर के लोगों से स्नेह किया और वो स्नेह आज पलटकर इतने ज्यादा स्नेह के रूप में मेरे पास वापस आया है।
जीवन भर मिर्जापुर का ध्यान रहेगा
उन्होंने कहा कि मिर्जापुर के लोगों ने इतना स्नेह दिया है कि वह उसे शब्दों में व्यक्त करने में सक्षम नहीं हैं। जिन लोगों ने मेरे लिए आंसू बहाया और गिराया है, उस हर आंसू के साथ मेरा आंसू शामिल है। जितने लोग आज उनके साथ जुड़े हैं मैं उन लोगों से हमेशा आगे भी जुड़ी रहूंगी। मेरा ध्यान जीवन भर मिर्जापुर के लोगों के साथ रहेगा। इसके साथ मैं जो कर सकती हूं वो मिर्जापुर के लिए जरूर करूंगी।
2013 में बनीं थीं आईएएस
अपने काम से अलग पहचान बनाने वाली दिव्या मित्तल का आईएएस के रूप में चयन 2013 में हुआ था। मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक मूल रूप से हरियाणा रेवाड़ी की रहने वाली दिव्या मित्तल का जन्म दिल्ली में हुआ था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी वहीं हुई। आईआईटी दिल्ली से 2005 में बीटेक करने के बाद उन्होंने आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए की पढ़ाई की। इसके बाद लंदन की जेपी मॉर्गन फाइनेंशियल कंपनी में नौकरी की। एक साल नौकरी करने के बाद वापस भारत आकर सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। पहली बार 2012 में आईपीएस के पद चुनी गईं। 2013 में उनका चयन आईएएस के पद पर हो गया। दिव्या मित्तल ने सितम्बर 2022 में मिर्जापुर में जिलाधिकारी के पद का चार्ज लिया था। उन्हें स्थानांतरित कर बतौर जिलाधिकारी बस्ती भेजा गया है।