ऑक्टोपस के रडार पर पांच रियल एस्टेट कंपनियां, अतीक की पत्नी शाइस्ता के घर भी होगी कुर्की
माफिया अशरफ की काली कमाई को खपाने वाली रियल एस्टेट की पांच कंपनियां पुलिस की ऑक्टोपस टीम के रडार पर हैं। इनके मालिकों और मैनेजरों को बुलाकर टास्क फोर्स जल्द ही पूछताछ करने वाली है।
Umesh Pal murder investigation: माफिया अशरफ की काली कमाई को खपाने वाली रियल एस्टेट की पांच कंपनियां पुलिस की ऑक्टोपस टीम के रडार पर हैं। इन कंपनियों के मालिकों व मैनेजरों को बुलाकर टास्क फोर्स जल्द ही पूछताछ करने वाली है। उधर, उमेश पाल हत्याकांड में फरार अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी के घर कुर्की होने के बाद अब पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
उस पर 50 हजार रुपये का इनाम है। माफिया की पत्नी की तलाश में पुलिस और एसटीएफ लगी है। लेकिन कोई एजेंसी शाइस्ता को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। शाइस्ता परवीन के अलावा पांच लाख के इनामी अरमान के घर की कुर्की होनी बची है। इससे पूर्व अशरफ की पत्नी जैनब और शूटर गुड्डू मुस्लिम समेत चार के घर पर पुलिस ने कुर्की की थी।
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर कई संगीन आरोप हैं। उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक अहमद के साथ पत्नी शाइस्ता परवीन को भी नामजद किया गया था। शाइस्ता परवीन पर आरोप है कि उसने हत्या की साजिश रची। शूटरों को रुपये मुहैया कराया। शूटरों को पनाह दी। इसके अलावा वह अतीक के जेल जाने के बाद काली कमाई की वसूली करती थी। फरार शाइस्ता पर इनाम घोषित करने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
अब कोर्ट के आदेश पर शाइस्ता के घर की कुर्की होनी है। हालांकि शाइस्ता का कोई घर बचा नहीं है। अतीक का पुश्तैनी मकान समेत दोनों मकानों को पीडीए जमींदोज कर चुकी है। इसी तरह पांच लाख के इनामी अरमान के बारे में चर्चा है कि वह बिहार भागा है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अफवाह उड़ी थी कि अरमान ने बिहार में सरेंडर कर दिया है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस अरमान के सिविल लाइंस स्थित किराए के मकान में कुर्की करेगी।
खपाते थे अशरफ की काली कमाई
अशरफ की काली कमाई को खपाने वाली पांच रियल एस्टेट कंपनियों में से एक बिल्डर के घर पर ईडी ने कुछ माह पहले ही छापामारी कर बेनामी संपत्तियों का दस्तावेज बरामद किए थे। अब धीरे-धीरे इनके खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी है। चर्चा है कि इनमें एक सरकारी विभाग से जुड़ा व्यक्ति भी शामिल है।
अतीक-अशरफ की हत्या से पहले ईडी ने शहर के नामी बिल्डरों व कारोबारियों के प्रतिष्ठानों-घरों पर छापामारी कर करोड़ों की बेनामी संपत्तियां, विदेशी मुद्रा और गहने बरामद किए थे। इसके बाद फिर कुछ बिल्डरों के यहां छापामारी की गई। इनमें एक बिल्डर अतुल द्विवेदी के घर से भी बेनामी संपत्ति से जुड़े पेपर मिले थे। वहीं ईडी से इतर पुलिस की जांच में पता चला कि हटवा, धूमनगंज, एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में जमीन का काम अतीक का भाई अशरफ देखता था। जेल जाने के बाद अशरफ का काम उसकी पत्नी जैनब और साले संभाल रहे थे।
अशरफ के साथ कॉलेज में पढ़े साथियों की मदद से काला कारोबार चल रहा था। बड़े-बड़े प्रोजेक्ट में अशरफ की काली कमाई लगी थी। ऐसी कुल पांच कंपनियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें अशरफ का पैसा लगने की बात सामने आई है। इससे पूर्व भी एक रियल एस्टेट कंपनी में अशरफ का लाखों रुपये निवेश करने की बात सामने आने पर उस कंपनी के मैनेजर को बुलाकर आक्टोपस की टीम ने पूछताछ की थी। अब जांच में कई असलियत सामने आएगी।
सद्दाम के दस मुलाकातियों का सत्यापन को भेजी सूची
अक्तूबर माह से बदायूं जेल में निरुद्ध माफिया रहे अतीक और अशरफ के साले सद्दाम ने अपने दस परिचितों और नजदिकियों के नाम पर बताकर मुलाकात की मांग की है। इस पर जेल प्रशासन ने दस नामों की सूची को जिला प्रशासन से अवगत कराते हुए प्रयागराज और बरेली जिला प्रशासन के लिये भेजी है। ताकि उन मुलाकातियों का सत्यापन हो सके। अक्तूबर माह से निरुद्ध सद्दाम से अब तक किसी भी परिचित की मुलाकात नहीं हुई है। इधर, जेल प्रशासन से पहले से ही सद्दाम को लेकर जेल में सर्तकता बढ़ा रखी है।