Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Famous perfume trader Piyush Jain becomes doctor in jail along with prisoners is writing medicine for their families

चर्चित इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में बना ‘डॉक्टर’, कैदियों के साथ उनके परिजनों के लिए भी लिख रहा दवा

करोड़ों रुपये कैश बरामद होने के बाद चर्चा में आया कानपुर इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में डॉक्टर बन गया है। वह कैदियों के लिए दवाएं लिख रहा है। कई कैदी तो परिजनों के लिए भी उससे दवाएं लिखवा रहे हैं।

Yogesh Yadav गौरव चतुर्वेदी, कानपुरMon, 27 June 2022 03:15 PM
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कानपुर। 197 करोड़ की बरामदगी में आरोपित पीयूष जैन जेल में डॉक्टर बन गया है। वह बंदियों को होम्योपैथी का इलाज दे रहा है। जिस बंदी को तकलीफ होती है वह उससे इलाज कराने के साथ दवा लिखवाता है।

जेल सूत्रों के मुताबिक पीयूष जैन की होम्योपैथी में इतनी अच्छी पकड़ है कि कई बंदियों के साथ अब जेल के अफसर और कर्मचारी भी उससे दवा लिखवाने लगे हैं। जो सॉल्ट वह लिखता है अगर वह जेल में उपलब्ध नहीं है तो उसे बाहर से खरीदा जाता है। 26 दिसंबर को पीयूष जैन के पास से भारी मात्रा में नकदी और जेवरात बरामद होने के बाद उसे जेल भेजा गया था।

उस दौरान पीयूष अपने साथ तीन सौ शीशी होम्योपैथी दवा लेकर गया था। जो एक अलग झोले में भरी हुईं थीं। जेल प्रशासन की चेकिंग में दवाएं उसके पास मिलीं। सारी दवा खुली शीशियों में थी, जिसे रखने की अनुमति न होने के कारण जेल प्रशासन ने सारी शीशियां जब्त कर ली थीं। जैसे जैसे दिन गुजरे, जेल में बंद बंदियों से पीयूष जैन ने बात करना शुरू की।

पथरी में मिला फायदा तो चल निकली डाक्टरी : लगभग 20-25 दिन पहले एक बंदी को पथरी में दिक्कत हुई। पीयूष उस वक्त वहीं से गुजर रहा था। उसने बंदी को देखा और होम्योपैथ की कुछ दवाएं लिखकर दीं। जेल अस्पताल में होम्योपैथ की दवाएं भी मौजूद हैं। जो दवाएं लिखी गई थीं वह बंदी को दी गईं जिससे फायदा हुआ।

सिर्फ सुनता है और लिखता है दवा : पीयूष अब भी बहुत कम बात करता है। कोई उसके पास दवा लिखवाने पहुंचता है तो वह सिर हिलाकर उसकी समस्या सुन लेता है।

साहब भी लिखवाने लगे दवा

पीयूष जैन के पास इसके बाद से मरीजों की संख्या बढ़ने लगी। वर्तमान में वह प्रतिदिन 30-35 बंदियों की तकलीफ सुनने के बाद उन्हें दवाएं देता है। जेल सूत्रों के मुताबिक पीयूष जैन के पास होम्योपैथी के ऐसे- ऐसे फार्मूले हैं जो पहले कभी सुने नहीं गए। वह जो सॉल्ट लिखता है, वह भी अच्छी होम्योपैथ दुकानों में ही उपलब्ध हैं। बंदी अब उससे अपने परिवार के लिए भी दवाएं लिखवाते हैं।

जेल अधीक्षक आरके जायसवाली के अनुसार जेल के कई लोगों से मुझे भी इसकी जानकारी मिली है कि पीयूष जैन होम्योपैथ का अच्छा जानकार है। उससे पूछा गया तो उसने बताया कि विदेश के किसी कॉलेज से होम्योपैथ में डिस्टेंस कोर्स किया है। बंदी उससे मदद लेते हैं। वह ज्यादा किसी से बात नहीं करता।

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