Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़EVMs are banned in America then why voting here There was a stir as soon as the video of a Shiksha Mitra on election duty went viral

अमेरिका में ईवीएम पर बैन तो यहां वोटिंग क्यों? चुनाव ड्यूटी में लगी शिक्षामित्र का वीडियो वायरल होते ही हड़कंप

यूपी में चुनाव ड्यूटी के लिए बीएलओ बनाई गई शिक्षामित्र का ईवीएम पर सवाल उठाते हुए वीडियो वायरल हो गया है। इससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा है। शिक्षामित्र का मानदेय रोक दिया गया है और केस हो गया है।

हिन्दुस्तान आगराThu, 2 May 2024 07:03 PM
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आगरा में चुनाव ड्यूटी में बीएलओ बनाई गई एक शिक्षामित्र का यूट्यूबर को इंटरव्यू देना भारी पड़ गया है। इस इंटरव्यू में ईवीएम पर सवाल उठाते हुए शिक्षामित्र ने यहां तक कह दिया कि जब अमेरिका में यह यह बैन है तो यहां उसी से वोटिंग क्यों हो रही है। इसका वीडियो वायरल हुआ तो शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। शिक्षामित्रा यहां के खंदौली विकास खंड क्षेत्र के गांव नगला जार मौजा पोइया में तैनात हैं। गुरुवार को शिक्षामित्र के खिलाफ थाना खंदौली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने उसका मानदेय रोक दिया है। दो खंड शिक्षाधिकारी मामले की जांच करेंगे। 

बताया जाता है कि विनीता सिंह प्राथमिक विद्यालय नगला जार में शिक्षामित्र है। वह भाग संख्या 44 पर बीएलओ का भी कार्य देख रही हैं। कुछ दिन पूर्व उन्होंने एक यूट्यूब चैनल पर दिए इंटरव्यू में इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन पर सवाल उठाए थे। अब इस इंटरव्यू का वीडियो वायरल हो गया। इससे बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप है। 

शिक्षा मित्र वायरल वीडियो में कहती दिख रही हैं कि जब वोटिंग मशीन बनाने वाले देश अमेरिका में इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। वहां मतपत्र से वोट डाले जाते हैं तो यहां कियों नही। इसका संज्ञान आगरा लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर ने लिया।  बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गौड जांच को कहा।बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षाधिकारी खंदौली ने शिक्षामित्र विनीता के खिलाफ थाना खंदौली में भारतीय दंड संहिता की धारा 171जी में मुकदमा दर्ज कराया है।

बीएसए जितेंद्र कुमार गौड़ के अनुसार शिक्षामित्र के एक यूट्यूब चैनल को दिये गये इंटरव्यू के चलते उनका मानदेय रोक दिया। उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। विभागीय जांच खंड शिक्षाअधिकारी फतेहपुर सीकरी व खंदौली करेंगे।

हालांकि इससे पहले भी विपक्ष के तमाम नेता ईवीएम पर सवाल उठाते रहे हैं। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले पर सुनवाई हुई थी। विपक्ष की आपत्तियों को सुप्रीम कोर्ट ने सुना लेकिन उन्हें किसी तरह की राहत नहीं मिल सकी।

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