ईद की नमाज के दौरान छाया रहा 'फिलिस्तीन', बरेली में पोस्टर लेकर पहुंचा परिवार, पुलिस ने रोका
ईद की नमाज के दौरान फिलिस्तीन-इजराइल युद्ध छाया रहा। लोगों ने युद्ध बंद करने की मांग की और कुछ स्थानों पर फिलिस्तीन के समर्थन में आवाज भी बुलंद की गई। बरेली में एक परिवार पोस्टर लेकर पहुंच गया।
ईद की नमाज के दौरान अलग-अलग जिलों में फिलिस्तीन-इजराइल युद्ध छाया रहा। लोगों ने युद्ध बंद करने की मांग की और कुछ स्थानों पर फिलिस्तीन के समर्थन में आवाज भी बुलंद की गई। बरेली में ईदगाह पर नमाज के दौरान एक परिवार पोस्टर लेकर पहुंचा तो हंगामा हो गया। परिवार फिलिस्तीन-इजरायल युद्ध रोकने की मांग करते हुए लोगों को पम्फलेट बांटने लगा। यह देख वहां भीड़ जुट गई। पुलिस ने तत्काल युवक को पकड़ लिया और पम्फलेट ले लिया। पूछताछ के बाद युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
ईदगाह पर नमाज के दौरान हजारों लोगों की भीड़ थी। जैसे ही ईद की नमाज पूरी हुई, नमाजी वापस घर जाने लगे, अचानक एक युवक दो बच्चों के साथ नमाजियों की भीड़ में आ गया। युवक ने हाथ में तख्ती ले रखी थी, जिस पर दोनों तरफ पोस्टर चस्पा थे। एक तरफ इजराइल और फिलीस्तीन के बीच चल रहे युद्ध की विभीषिका की तस्वीर थी। दूसरी तरफ अंग्रेजी में लिखा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं और युद्ध रोकने के लिए वह बेंजामिन नेतन्याहू से बात करें। उसके साथ दो बच्चे भी थे, जिनके गले में ऐसा ही पोस्टर लटका था।
युवक ने तख्ती लहराना शुरू किया तो यह देख मौके पर मौजूद अधिकारी और पुलिस बल अलर्ट हो गया। पुलिस ने तत्काल परिवार को पम्फलेट बांटने से रोक दिया। सारे पम्फलेट पुलिस ने जब्त कर लिए। पूछताछ में युवक ने बताया उसका नाम जफर अली है और वह सैलानी का रहने वाला है। जफर ने कहा कि युद्ध विराम और शांति के लिए पीएम मोदी से अपील करने आया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने पूरे परिवार को ईदगाह से वापस भेज दिया।
बस्ती में ‘फ्री फिलिस्तीन’ का स्टीकर लगा ईद पर निकले युवा
बस्ती में ईद की नमाज गुरुवार को शांतिपूर्ण ढंग से ईदगाहों में पढ़ी गई। बस्ती में ईदगाह से नमाज पढ़कर निकले कुछ युवाओं ने ‘फ्री फिलिस्तीन’ का स्टीकर लगा रखा था। बांहों में काली पट्टी बांधी थी। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में गुरुवार को शांतिपूर्वक ढंग से ईद की नमाज पढ़ी गई। पुलिस व प्रशासन की सक्रियता बनी रही। शहर में ईद की नमाज के बाद निकले कुछ युवाओं ने अपने कुर्ते की जेब पर ‘फ्री फिलिस्तीन’ लिखा स्टीकर लगा रखे थे। कुछ ने काली पट्टी भी बांध रखी थी। हालांकि इसे लेकर कहीं भी किसी तरह के प्रदर्शन या गतिरोध की कोई सूचना नहीं मिली।
पुलिस अफसर भी इस बारे में कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। हालांकि इस तरह की सूचना के बाद एलआईयू की टीम भी सक्रिय हो गई है। सीओ सिटी विनय सिंह चौहान ने बताया कि ईद की नमाज शहर में सकुशल संपन्न करा दी गई है।
अलीगढ़ में ईद की नमाज के बाद दिखाए गए फ्री फिलिस्तीन के बैनर-झंडे
ईद उल फितर की नमाज के दौरान गुरुवार को अलीगढ़ में ईदगाह पर फिलिस्तीन को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया गया। कुछ नमाजियों ने नमाज के बाद फ्री फिलिस्तीन के झंडे और बैनर दिखाए। इस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। वहां मौजूद अन्य नमाजियों ने विरोध जताते हुए पुलिस की गाड़ी आगे नहीं बढ़ने दी। बाद में पुलिस के आला अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को हिदायत देकर जाने दिया।
शाहजमल ईदगाह पर गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच ईद की नमाज शुरू हुई। पुरानी ईदगाह और नई ईदगाह में शहर मुफ्ती व इमाम के द्वारा नमाज शांतिपूर्वक संपन्न कराई गई। जिसके बाद नमाजियों ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इसी बीच ईदगाह के बाहर कुछ नमाजियों ने फिलिस्तीन के झंडे व फ्री फिलिस्तीन लिखे बैनर दिखाते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने कोई नारेबाजी नहीं की लेकिन जैसे ही पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की नजर इन पर पड़ी तो अधिकारियों के होश उड़ गए और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेते हुए पुलिस वाहन में बैठा लिया। जिसका वहां मौजूद लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
पुलिस प्रदर्शनकारियों को लेकर थाने जाना चाहती थी लेकिन नमाजियों ने गाड़ी को आगे नहीं बढ़ने दिया। इस बात पर पुलिस अधिकारियों और नमाजियों के बीच बहस तक हो गई। कुछ देर बाद प्रदर्शनकारियों को हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
ईदगाह पर कुछ लोगों ने सड़क पर पड़ी नमाज
सड़क पर नमाज़ पढे जाने पर रोक के बावजूद गुरुवार को ईद उल फितर की नमाज पढ़ने के लिए शाहजमल ईदगाह पहुंचे कुछ नमाजियों ने सड़क पर नमाज पढ़ डाली। नमाजियों का कहना था कि ईदगाह पहुँचने तक नमाज का समय हो जाता, इस वजह से ऐसा किया गया।
सीओ अभय पांडे ने कहा कि ईद उल फितर की नमाज शांतिपूर्वक पड़ी गई। इस दौरान कुछ लोगों ने फ्री फिलिस्तीन के बैनर व झंडा दिखाएं थे। जिनको हिदायत देकर जाने दिया गया।