यूपी में छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी का कसेगा शिकंजा, अफसरों पर हो सकती है कार्रवाई
छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों से पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सरकारी अफसरों की संलिप्तता का भी पता चला है।
छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों से पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सरकारी अफसरों की संलिप्तता का भी पता चला है। ऐसे में जल्द ही समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के जिम्मेदार अफसरों पर भी ईडी का शिकंजा कसने की संभावना है।
तीनों अभियुक्तों इजहार हुसैन जाफरी, अली अब्बास जाफरी व रवि प्रकाश गुप्ता की पांच दिनों की कस्टडी रिमांड की अवधि सोमवार को समाप्त हो रही है। इस कारण ईडी सोमवार को तीनों को लखनऊ में विशेष न्यायाधीश सीबीआई की अदालत में पेश करेगी। सूत्रों के अनुसार ईडी न्यायालय से तीनों की रिमांड अवधि और बढ़ाने का अनुरोध कर सकती है। अभियुक्तों में से इजहार हुसैन जाफरी व अली अब्बास जाफरी लखनऊ के हाईजिया ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के पदाधिकारी हैं, जबकि रवि प्रकाश गुप्ता फिनो पेमेंट बैंक का कर्मचारी है।
ईडी की जांच में पता चला कि हाईजिया ग्रुप ही इस घोटाले का मास्टर माइंड है। इस ग्रुप के जरिए अन्य संस्थानों ने फिनो पेमेंट बैंक के एजेंटों से संपर्क किया और लभगग 3000 फर्जी बैंक खाते खोलकर छात्रवृत्ति निकाली गई। इस मामले में लगभग 200 करोड़ का घोटाला किए जाने की जानकारी मिल रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक और दिव्यांग छात्रों के लिए इस छात्रवृत्ति योजना में छात्रों के फर्जी बैंक खाते खोले जाने के मामले में अब संबंधित विभागों समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के तत्कालीन अफसरों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। तीनों अभियुक्तों से पूछताछ में कुछ अफसरों के बारे में जानकारी मिली भी है।