लखनऊ से फतेहपुर तक यूपी के सात जिलों के ड्राइविंग लाइसेंस अब रायबरेली में बनेंगे, क्यों फैसला?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सात जिलों के निवासियों को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए रायबरेली आना होगा। रायबरेली में खुले आईडीटीआर में टेस्ट और प्रशिक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस जारी होगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सात जिलों के निवासियों को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए रायबरेली आना होगा। रायबरेली में खुले इंडियन ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (आईडीटीआर) में प्रशिक्षण और टेस्ट के बाद वाहन चलाने का लाइसेंस जारी किया जाएगा। हालांकि यह नियम केवल भारी वाहनों का लाइसेंस लेने के लिए करना होगा। अन्य ड्राइविंग लाइसेंस अपने जिले में ही पहले की तरह बनते रहेंगे। अधिकारियों के अनुसार बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम के लिए भी ट्रेनिंग जरूरी हो गई है।
रायबरेली में हरचंदपुर में आईडीटीआर में फतेहपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी, उन्नाव, बाराबंकी तथा लखनऊ के भारी वाहनों के मोटर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देना होगा। पहली अक्टूबर से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। यहीं पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। अब रायबरेली समेत इन जिलों में खुले हुए मोटर ट्रेनिंग स्कूलों में भारी वाहन चलाने की ट्रेनिंग संचालक नहीं दे सकेंगे। इसको लेकर सम्बन्धित सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों को पत्र भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा सभी प्रकार के लाइसेंस का कार्य भी आईडीटीआर में कराया जाएगा। इसमें फोटो से लेकर फिंगर प्रिंट तक सभी कार्य किए जाएंगे।
आईडीटीआर में एडमिशन लेना होगा
पहली अक्टूबर से वाहन चालकों को रिफ्रेशर कोर्स करने के लिए यहां आना पड़ेगा। वाहन चलाने की शिक्षा जब आईडीटीआर से मिलेगी तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। आईडीटीआर की प्राचार्य बबिता वैश्य के अनुसार अक्टूबर से पड़ोस के सात जिलों के वाहन चालकों को यहां आकर टेस्ट देना होगा और उसके बाद ही भारी वाहन चलाने के लिए लाइसेंस जारी होंगे।