इमरान के जरिए पश्चिमी यूपी में सपा पर दवाब बनाएगी कांग्रेस,समझिए रणनीति
कांग्रेस सपा पर लोकसभा की सीटों के बंटवारे में दबाव बनाने के लिए नई रणनीति अपनाएगी। पूर्व विधायक इमरान मसूद की कांग्रेस में वापसी को इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
कांग्रेस ने पश्चिमी यूपी में अपने भावी सहयोगियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की रणनीति तैयार की है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि इससे लोकसभा की सीटों के बंटवारे में दबाव बनाना आसान होगा। पूर्व विधायक इमरान मसूद की कांग्रेस में वापसी को इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
देश स्तर पर विपक्षी दलों का गठबंधन (इंडिया) बनने के बाद भी यूपी में जमीनी स्तर पर गठबंधन कैसे होगा? इस पर संशय बरकरार है। समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन में कांग्रेस के साथ होने के बाद भी अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। कांग्रेस का प्रदेश संगठन भी लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव की तैयारी करने का दावा कर रहा है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने शनिवार को दिल्ली में फिर दोहराया है कि वह 80 सीटों पर अपना काम कर रहे हैं। इस विषय में निर्णय लेना राष्ट्रीय नेतृत्व का काम है कि गठबंधन में कितनी सीट किसके पास जाएगी?
इमरान मसूद से पश्चिमी यूपी में मिलेगी बढ़त!
इस बीच कांग्रेस ने पश्चिमी यूपी में मुस्लिम मतों पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए पूर्व विधायक इमरान मसूद को आगे कर दिया है। पार्टी का मानना है कि इमरान के आने से सपा व रालोद दबाव में आएंगे। उसका यह भी मानना है कि मुस्लिमों में कांग्रेस के प्रति बढ़ते रुझान से राष्ट्रीय लोकदल का रुख नरम हुआ है। दरअसल पार्टी के रणनीतिकार मानते हैं कि पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी का एमवाई वोट बैंक उतना मजबूत नहीं है, जितना वह पूर्वांचल में है। वहां यादवों की आबासी अपेक्षाकृत कम होने से सपा पश्चिमी यूपी में कभी उतनी मजबूत नहीं रही। माना जा रहा है कि इसी मद्देनज़र कांग्रेस ने यह दांव चला है।
इमरान वापसी से पहले कांग्रेस के अलावा सपा व बसपा में भी रहे हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह कांग्रेस छोड़ कर सपा में गए थे लेकिन सपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। फिर वह बसपा में गए और बसपा में रहते हुए राहुल गांधी की तारीफ करने के कारण पार्टी से निष्कासित किए गए। अब कांग्रेस में वापसी के बाद उन्होंने प्रियंका गांधी से मिल कर पार्टी छोड़ने के लिए शर्मिंदगी के साथ माफी मांगने की बात भी कही। दिल्ली में इमरान के लिए आयोजित प्रेसवार्ता के जरिए पार्टी ने यह संदेश भी दिया कि वह उनके लिए गठबंधन में सीट का इंतजाम करेगी।