सड़क हादसे में कांवड़ियों की मौत मामले में सीएम योगी बड़ी कार्यवाई, हाथरस के एसपी को हटाया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे में छह कांवड़ियों की मौत के बाद रविवार को हाथरस के एसपी विकास कुमार वैद्य को हटा दिया है। उनकी जगह देवेश कुमार पांडेय को जिले का नया एसपी नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे में छह कांवड़ियों की मौत के बाद रविवार को हाथरस के एसपी विकास कुमार वैद्य को हटा दिया है। उनकी जगह देवेश कुमार पांडेय को जिले का नया एसपी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही सभी जिलों को कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं।
शासन के आदेश पर एडीजी कार्मिक राजा श्रीवास्तव ने रविवार को दो आईपीएस अफसरों का तबादला आदेश जारी किया। इसमें हाथरस के एसपी विकास कुमार वैद्य को हटाकर 39वीं वाहिनी पीएसी मिर्जापुर का सेनानायक बना दिया गया है। इसके साथ ही 39वीं वाहिनी पीएसी मिर्जापुर के सेनानायक देवेश कुमार पांडेय को एसपी हाथरस के पद पर ट्रांसफर किया गया है। देवेश पांडेय को तत्काल हाथरस पहुंच कर पदभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कांवड यात्रा से पहले सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और आईजी रेंज व एडीजी जोन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सख्त निर्देश दिए थे कि यात्रा के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। इसमें सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए थे। कहा गया था कि यातायात का भी डायवर्जन जहां जरूरी हो, किया जाए। लेकिन हाथरस में मुख्यमंत्री के निर्देशों का सही से पालन नहीं किया गया। नतीजतन, मुख्यमंत्री के निर्देश पर हाथरस के एसपी को हटा दिया गया है।
हाथरस की घटना के बाद शासन ने सभी जिलों को कांवड़ यात्रा की निगरानी करने तथा पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। मेरठ व सहारनपुर मंडल के जिलों में कई जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों ने कांवड़ यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया। साथ ही जगह-जगह तैनात सुरक्षा कर्मियों की मुस्तैदी परखी। दोनों मंडलों में प्रमुख कांवड़ मार्गों की हेलीकॉप्टर से निगरानी भी शुरू कर दी गई है। साथ ही रूट डायवर्जन को सख्ती से लागू कराया जा रहा है। कई राजमार्गों पर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कांवड़ियों पर फूल भी बरसाए जा रहे हैं। साथ ही कांवड़ियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए भी चिकित्सा शिविर बनाए गए हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों को इन सभी शिविरों की नियमित रूप से जांच करते रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह के हादसे की स्थिति में जगह-जगह एंबुलेंस की व्यवस्था भी गई है। ऐसी सभी नदियों एवं घाटों पर भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, जहां से कांवड़िए अभिषेक के लिए जल भरते हैं।