गुड न्यूज: एडेड स्कूलों में 13 साल बाद क्लर्कों की भर्ती का रास्ता साफ, योगी सरकार ने 18 मंडलों से मंगाई खाली पदों की जानकारी
यूपी के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 13 साल बाद लिपिकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया। योगी सरकार को शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के 18 मंडलों से खाली पदों की जानकारी जुटाकर भेज दी है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में लिपिकों के 1621 खाली पदों पर भर्ती का रास्ता साफ कर दिया है। शिक्षा निदेशालय ने सभी 18 मंडलों से खाली पदों की जानकारी जुटाने के बाद शासन को भेज दी है। अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की ओर से आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) के आधार पर लगभग 13 साल बाद इन स्कूलों में बाबुओं की भर्ती होगी।
विशेष सचिव डॉ. वेदपति मिश्र ने चार जुलाई को चयन प्रक्रिया संबंधी शासनादेश जारी किया था। प्रबंधतंत्र को 19 सितंबर तक विज्ञापन जारी कर आवेदन लेना है और आवेदक अभ्यर्थियों की मेरिट सूची पीईटी के आधार पर तैयार करनी है।
एक पद के सापेक्ष दस अभ्यर्थियों को आमंत्रित करते हुए कंप्यूटर टाइपिंग टेस्ट और साक्षात्कार के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों की सूची 28 नवंबर तक डीआईओएस को भेजी जाएगी।
बाबुओं की भर्ती में प्रबंधक नहीं ले रहे रुचि
सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में बाबुओं की भर्ती में प्रबंधक रुचि नहीं ले रहे। सूत्रों की मानें तो स्कूल में पद रिक्त होने के बावजूद न तो इसकी सूचना दे रहे हैं न ही नियुक्ति प्रक्रिया के लिए आगे आ रहे हैं। इसका कारण है कि पहले प्रबंधक स्वयं नियुक्ति करते थे।
उसमें रुपयों के लेनदेन और मनमानी के आरोप भी लगते रहे। तकरीबन नौ साल पहले इन भर्तियों पर सरकार ने रोक लगा दी। अब पीईटी के माध्यम से भर्ती शुरू की गई है।