Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Castes scattered Dalits lost BJP candidates from Awadh list the reasons for BJP s defeat in UP

जातियां छिटकीं, दलित भटके, अवध के भाजपा प्रत्याशियों ने गिनाए यूपी में बीजेपी की हार के कारण

यूपी में भाजपा की हार पर मंथन शुरू हो गया है। अवध क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशियों ने प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री को हार के कारण गिनाए हैं। भीतरघात के साथ ही जातियों के छिटकने को कारण माना गया है।

हिन्दुस्तान लखनऊFri, 14 June 2024 02:31 PM
share Share

भाजपा में हार पर मंथन शुरू हो गया है। किसी ने कहा कि कई जातियां छिटकने से हार गए। कोई बोला संगठन निष्क्रिय रहा। किसी ने कार्यकर्ताओं की उदासीनता की बात की तो किसी ने हार का ठीकरा भितरघातियों पर फोड़ा। टिकटों का जल्दी घोषित होना भी कुछ लोगों ने चुनाव की हवा बिगड़ने का कारण बताया। ऐसी तमाम बातें भाजपा के अवध क्षेत्र की सीटों से हारे प्रत्याशियों ने कहीं। पार्टी द्वारा क्षेत्रवार की जा रही समीक्षा के क्रम में गुरुवार को उन्हें प्रदेश कार्यालय पर बुलाया गया था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने अवध क्षेत्र के जीते और हारे प्रत्याशियों से अलग-अलग बात की।

केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार की ताजपोशी के बाद अब यूपी में हार के कारणों की समीक्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। पार्टी ने दो स्तर पर समीक्षा का सिलसिला शुरू किया है। एक ओर सभी प्रत्याशियों से क्षेत्रवार चर्चा कर उनकी हार के कारण पूछे जा रहे हैं। साथ ही सुधार के लिए उनके सुझाव भी लिए जा रहे हैं। इसकी शुरुआत गुरुवार को अवध क्षेत्र से हुई। अवध में शामिल 16 लोकसभा सीटों में से लखनऊ के सांसद व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गोंडा के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह और बाराबंकी की प्रत्याशी को छोड़ बाकी सभी पहुंचे। दूसरी ओर हार के जमीनी कारणों का पता लगाने के लिए एक 80 लोगों की टॉस्क फोर्स भी बनाई गई है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो कौशल किशोर, साक्षी महाराज, रेखा वर्मा, अजय मिश्रा टेनी, दिनेश प्रताप सिंह, लल्लू सिंह, राजेश वर्मा और रितेश पांडेय ने अलग-अलग चर्चा में अपनी हार के कारण बताए। सभी ने संविधान बदलने और आरक्षण खतरे में होने के विपक्षी दांव के चलते नुकसान होने की बात कही। अयोध्या के प्रत्याशी लल्लू सिंह ने पार्टी के कई लोगों पर सहयोग न करने का आरोप लगाया।

कौशल किशोर, साक्षी महाराज, रेखा वर्मा, दिनेश प्रताप सिंह द्वारा भी कुछ ऐसे ही आरोप लगाए जाने की खबर है। प्रत्याशियों ने यह भी कहा कि जल्दी टिकट घोषित होने के कारण भी माहौल बिगाड़ने वालों को ज्यादा मौका मिला। वहीं चुनाव जीतने वाले हरदोई और मिश्रिख के सांसदों ने प्रदेश नेतृत्व का आभार जताया। शुक्रवार को कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के प्रत्याशियों संग हार के कारणों पर चर्चा होनी है।

आज होगी टास्क फोर्स की बैठक
यूपी में चुनावी नतीजे भाजपा की अपेक्षा के प्रतिकूल रहे। अब पार्टी ने एक 80 सदस्यों वाली टास्क फोर्स बनाई है। यह टॉस्क फोर्स 15 जून से तय लोकसभा क्षेत्रों में जाएगी। एक टीम में दो सदस्य होंगे। हर टीम को दो-दो लोकसभा क्षेत्र दिए गए हैं। हर लोकसभा क्षेत्र में टीम 3 से 4 दिन रहेगी। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में इस टास्क फोर्स की बैठक होगी। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह मौजूद रहेंगे। टास्क फोर्स के सदस्यों को वे बिंदु बताए जाएंगे, जिन पर उन्हें अपनी रिपोर्ट तैयार करनी है। इनमें संगठन की स्थिति, सामाजिक समीकरण कैसे गड़बड़ाए, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का असर, प्रत्याशी की स्थिति सहित अन्य बिंदु शामिल हैं। इन टीमों में प्रदेश और क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ ही कुछ जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें