यूपी में आईटी सेक्टर में बंपर निवेश, 13.5 लाख से ज्यादा को मिलेगा रोजगार
यूपी में आईटी सेक्टर के जरिए सबसे ज्यादा निवेश की तैयारी है। एमओयू कराने काम कर चल रहा है। इन परियोजनाओं के अमल में आने पर 13.5 लाख से ज्यादा का रोजगार उपलब्ध होगा।
यूपी में आईटी सेक्टर के जरिए सबसे ज्यादा निवेश की तैयारी है। 1.75 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव अब तक मिले हैं। इनमें से 97 हजार करोड़ से ज्यादा के एमओयू भी हो चुके हैं। वहीं 78 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव पर एमओयू कराने काम कर चल रहा है। इन परियोजनाओं के अमल में आने पर 13.5 लाख से ज्यादा का रोजगार उपलब्ध होगा।
आईटी विभाग को आए कुल 148 निवेश प्रस्तावों में सबसे बड़ा 78 हजार करोड़ रुपये का एमओयू इंफोटच टेक्नोलॉजीज ओर से हुआ है। इसका उद्देश्य डाटा स्टोरेज, डाटा माइनिंग, डाटा-एनालिटिक्स और डाटा विजुअलाइजेशन से युक्त हाई-टेक नेक्स्ट-जेन बिग डाटा टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट लगाना है। इसके तहत पूरे प्रदेश में 10,000 ड्रोन के माध्यम से डेटा उत्पन्न किया जाएगा। ये ड्रोन विभिन्न एरियल जियो मैपिंग, एरियल सर्वे, उर्वरकों के छिड़काव आदि में किसानों की मदद करते हुए प्रासंगिक डेटा एकत्र करेंगे। सभी संबंधित विभागों के साथ चर्चा के बाद इस एमओयू पर सरकार आगे बढ़ेगी। इस सेक्टर में होने वाले निवेश का फायदा सिर्फ बड़े शहरों या टेक फ्रेंडली युवाओं को ही नहीं मिलेगा, बल्कि गांव और कस्बों के साथ ही कृषि जैसे साधनों को भी इससे भरपूर फायदा होगा।
सरकार ने बड़े पैमाने पर की है तैयारी
उत्तर प्रदेश आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर का हब बनने की ओर अग्रसर है। यूपी में डेटा सेंटर लग रहे हैं। कई शहरों में 5जी की शुरुआत हो रही है। आईटी पार्क और आईटी सिटी बनाए जा रहे हैं। इस सेक्टर में बड़े पैमाने पर निवेश जुटाने के लिए सरकार ने नई आईटी पॉलिसी के अलावा निवेशकों के समर्थन के लिए स्टार्टअप पॉलिसी, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी एवं डेटा सेंटर पॉलिसी को रिवाइज़ किया है। 5जी नेटवर्क को लेकर विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों से संपर्क किया गया और उनकी योजनाओं को ध्यान से सुना गया है। इसके साथ ही बैंकों से भी प्रदेश में इस सेक्टर में लगने वाले बड़े प्रोजेक्ट्स में आर्थिक मदद के लिए अपने प्रपोज़ल तैयार रखने को कहा गया है।