लखनऊ, वाराणसी समेत यूपी की 55 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने तय किए उम्मीदवार, सहयोगियों को मिल सकती हैं पांच सीटें
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा इस बार बड़ा प्रयोग करने जा रहा है। भाजपा मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव की तर्ज पर इस बार कुछ अलग करना चाहती है। पार्टी ने चुनावी घोषणा से पहले ही यूपी में...
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा इस बार बड़ा प्रयोग करने जा रहा है। भाजपा मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव की तर्ज पर इस बार कुछ अलग करना चाहती है। पार्टी ने चुनावी घोषणा से पहले ही यूपी में बड़े पैमाने पर प्रत्याशी तय कर लिए हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो दिल्ली में गुरुवार को देर रात तक चली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रदेश की करीब 55 सीटों पर चेहरे तय कर लिए गए हैं। इनमें हारी सीटों के अलावा भी वाराणसी, लखनऊ सहित तमाम अन्य सीटें बताई जा रही है। हालांकि इनकी घोषणा एक साथ होने की उम्मीद कम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नई दिल्ली स्थिति भाजपा मुख्यालय में गुरुवार को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति में यूपी सहित अन्य राज्यों की लोकसभा सीटों पर मंथन हुआ था। इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकसभा सीटों को लेकर लंबा विचार-विमर्श किया था। फिर भाजपा मुख्यालय पर हुई बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, उपमुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे थे।
बाहरियों को इनाम, कइयों का कटेगा पत्ता
पार्टी सूत्रों की मानें तो हारी सीटों के अलावा 40 से अधिक सीटों पर भी नाम फाइनल कर लिए गए हैं। अब इनकी घोषणा होना बाकी है। माना जा रहा है कि हारी हुई 14 सीटों में से एक रालोद और एक सुभासपा के हिस्से आएगी। वहीं अंबेडकर नगर में बसपा से आए रितेश पांडेय को मौका मिल सकता है। जबकि लालगंज में भी एक गैर भाजपाई सांसद के नाम की चर्चा है। सर्वे में अच्छी रिपोर्ट वाले सांसदों को रिपीट किया जा रहा है। वहीं कुछ चेहरों का पत्ता कट सकता है तो कुछ के क्षेत्र भी बदले जा सकते हैं।
सहयोगियों को 5 सीट देगी भाजपा
भाजपा यूपी में अपने सहयोगियों को उनके सिंबल पर लड़ने के लिए 5 सीटें दे सकती है। इसके अलावा कोई भी सीट सशर्त मिलेगी, मसलन चेहरा भले उस पार्टी का हो मगर सिंबल भाजपा का होगा। भाजपा द्वारा रालोद को 2, अपना दल (एस) को 2, सुभासपा को एक सीट दी जा सकती है। वहीं निषाद पार्टी की स्थिति 2019 जैसी ही रह सकती है।
स्वतंत्रदेव, जितिन, राठौर चुनाव प्रबंधन समिति में
लोकसभा चुनाव की दृष्टि से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पांच सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति गठित कर दी है। इस समिति में प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद और सहकारिता विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री जेपीएस राठौर शामिल हैं। वहीं संगठन की ओर से समिति में प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल और कांता कर्दम को रखा गया है। हालांकि अभी तक जितिन प्रसाद के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाओं का बाजार खासा गर्म था। जितिन प्रसाद ने एक्स पर इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है।