ज्ञानवापी में जुमे की नमाज से पहले मुस्लिम पक्ष और प्रशासन में नई जिच, जूता स्टैंड बना विवाद का नया कारण
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले मुस्लिम पक्ष और प्रशासन के बीच नई जिच पैदा हो गई। नमाज अदा करने पहुंचे मुस्लिम अपने साथ जूता स्टैंड लेकर पहुंचे थे। इसे पर विवाद हुआ।
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले नया विवाद खड़ा हो गया। नमाज अदा करने पहुंचे मुस्लिम अपने साथ जूता स्टैंड भी लेकर पहुंचे थे। सुरक्षाकर्मियों इजाजत नहीं होने बात कहते हुए रोका तो विवाद बढ़ गया। मस्जिद के इमाम औऱ मुफ्ती ए बनारस मौलाना बातिन बिना स्टैंड मस्जिद में नहीं जाने पर अड़ गए। इसे लेकर 15 से 20 मिनट तक जिच चलती रही। अफसरों ने मामले का संज्ञान लेने के बाद जूता स्टैंड को ज्ञानवापी परिसर के नीचे रखवा कर मामला किसी तरह शांत किया।
हमेशा की तरह शुक्रवार की दोपहर भी जुमे की नमाज अदा करने के लिए नमाजी काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के गेट नंबर 4 पर पहुंचे थे। नमाजी अपने साथ कई जूता स्टैंड भी अंदर लेकर जाना चाहते थे। किसी तरह की इजाजत नहीं होने की बात कहते हुए सुरक्षाकर्मियों ने जूता स्टैंड अंदर लेकर जाने से रोक दिया। नमाजियों को रोकने की जानकारी मिलते ही मुफ्ती अब्दुल बातिन भी पहुंच गए। उन्होंने भी वहां मौजूद अफसरों से बात की। जूता स्टैंड को ले जाने से रोके जाने को लेकर गहरी नाराजगी जताई। अब्दुल बातिन बिना स्टैंड अंदर जाने से इनकार कर दिया।
मामला बढ़ता देख आला अधिकारियों तक मामला पहुंचा। इसके बाद जूता स्टैंड को मस्जिद परिसर के नीचे ही रखवाकर नमाजियों को शांत किया गया। डीसीपी ज्ञानवापी सुरक्षा ने बताया कि डीएम और अन्य अधिकारियों की सहमति के बाद जूता स्टैंड ज्ञानवापी परिसर में नीचे रखवाया गया है। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
ज्ञानवापी को लेकर हिन्दू औऱ मुस्लिम पक्ष के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट भी पहुंचा हुआ है। पिछले एक साल में यहां पर एएसआई सर्वे की इजाजत और ज्ञानवापी के दक्षिणी तहखाने में पूजा की इजाजत भी कोर्ट से मिली है। इस मामले में यहां के अधिकारियों की सक्रियता को लेकर मुस्लिम पक्ष पहले भी आपत्ति जता चुका है।