Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़basic teachers are facing difficulty in taking el this work could not be completed for 4 years

बेसिक के शिक्षकों को EL लेने में आ रही दिक्‍कत, 4 साल से पूरा नहीं हो पाया ये काम 

मानव संपदा पोर्टल को शुरू हुए चार वर्ष हो गए हैं लेकिन प्रदेश के कई जिलों में अधिकारी अभी तक शिक्षकों के EL को अपडेट नहीं कर पाए हैं। ईएल अपडेट नहीं होने के कारण शिक्षक इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं।

Ajay Singh मुख्य संवाददाता, बरेलीSat, 11 May 2024 02:07 PM
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Earned leave of teachers: मानव संपदा पोर्टल को शुरू हुए चार वर्ष हो गए हैं लेकिन प्रदेश के कई जिलों में अधिकारी अभी तक शिक्षकों के अर्जित अवकाश (ईएल) को अपडेट नहीं कर पाए हैं। ईएल अपडेट नहीं होने के कारण शिक्षक इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। किसी शिक्षक की अहर्ता से काफी कम एक-दो अर्जित अवकाश ही दिख रहे हैं तो किसी की निर्धारित अवकाशों से अधिक छुट्टियां नजर आ रही हैं।

पांच वर्ष पूर्व बेसिक शिक्षकों को मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से छुट्टी देने का सिलसिला शुरू हुआ था। सभी तरह की छुट्टियों को पोर्टल पर अपडेट करने के आदेश दिए गए थे। पुराने सर्विस रिकॉर्ड का मिलान करके यह अपडेशन का कार्य होना था। इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारियों ने बार-बार समय मांगामगर चार वर्ष बाद भी सही फीडिंग नहीं हो पाई। बता दें कि प्रदेश में बेसिक के करीब पांच लाख शिक्षक हैं।

इंतजार करते-करते हो गए सेवानिवृत्त
नगर क्षेत्र बरेली के हरिनंदन शर्मा, आशा गंगवार आदि तमाम शिक्षक अपडेशन का इंतजार करते-करते सेवानिवृत्त तक हो गए। उन्हें इसका लाभ ही नहीं मिल पाया। वरिष्ठ शिक्षक नेता हरीश बाबू शर्मा ने बताया कि बार-बार अधिकारियों से अर्जित अवकाश अपडेट करने की गुहार लगाई गई मगर अधिकारियों ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया।

क्‍या बोले शिक्षक 
प्राथमिक शिक्षक संघ, अयोध्या के अध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी और मुरादाबाद के अध्यक्ष सर्वेश शर्मा ने कहा कि ईएल का हिसाब ठीक न होने से शिक्षकों को लाभ नहीं मिल रहा है। लखनऊ में भी गड़बड़ियां थीं। काफी हद तक दुरुस्त कराया गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि शिक्षकों की समस्या के प्रति विभाग बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। पूर्व महानिदेशक को भी बताया गया था। आंदोलन भी किया गया। फिर भी सुनवाई नहीं हुई।

मिला आश्‍वासन 
ईएल का कॉलम लीव अकाउंट में नजर आता है मगर उसका डेटा एकदम गड़बड़ हैं। इस बारे में एडी बेसिक विनय कुमार ने बताया कि पोर्टल को लगातार अपडेट किया जा रहा है। जल्द ही समस्या दूर हो जाएगी।

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