बाहुबली धनंजय सिंह बरेली जेल से रिहा, कहा- अब पत्नी के चुनाव प्रचार में लगूंगा
पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली जेल से रिहा हो गए हैं। इलाहाबाद HC ने 3 दिन पहले धनंजय की जमानत मंजूर कर ली थी। जेल से रिहा होने के बाद धनंजय सिंह ने कहा कि उन पर फर्जी मुकदमा कराया गया था।
Dhananjay Singh released from jail: यूपी के बाहुबली और पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली जेल से रिहा हो गए हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तीन दिन पहले धनंजय की जमानत मंजूर की थी। जेल से रिहा होने के बाद धनंजय सिंह ने कहा कि उन पर फर्जी मुकदमा कराया गया था। जेल से रिहा होने के बाद अब वह जौनपुर संसदीय सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं अपनी पत्नी श्रीकला रेड्डी के चुनाव प्रचार में जुटेंगे।
धनंजय सिंह को चार दिन पहले ही जौनपुर जेल से बरेली जेल में शिफ्ट किया गया था। धनंजय की रिहाई के वक्त जेल पर उनके भाई और बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे थे। करीब एक दर्जन से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ धनंजय सिंह बरेली जेल से जौनपुर के लिए रवाना हुए। इसके पहले धनंजय सिंह ने मीडिया से कहा कि यह मुकदमा फर्जी था जो 2020 में मुझ पर कायम किया गया था। उस मामले में न्यायालय ने मुझे जमानत दी है। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी बसपा से चुनाव लड़ रही हैं। यहां से निकलने के बाद सीधे अपने क्षेत्र जाऊंगा। धनंजय ने मीडिया को धन्यवाद किया और कहा कि मीडिया ने सकारात्मक ढंग से बातों को समाज के सामने रखने का काम किया है। इस दौरान विधायक अभय सिंह के बारे में किए गए सवाल पर धनंजय थोड़ा नाराज होते दिखे। उन्होंने कहा कि अब ये समय बताएगा...आप लोग अपराधियों के बारे में बात मत करिए।
बता दें कि नमामि गंगे परियोजना का काम करने वाली फर्म के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण व रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को सात साल की सजा मिली थी।अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को रात दस बजे लाइन बाजार थाने में अपहरण, रंगदारी और अन्य धाराओं में पूर्व सांसद धनंजय सिंह व उनके साथी संतोष विक्रम पर केस दर्ज कराया था। इस मामले में कोर्ट ने धनंजय सिंह और संतोष विक्रम को छह मार्च को सात साल की सजा सुनाई थी।
धनंजय सिंह की ओर से हाईकोर्ट में जमानत और सजा पर स्टे के लिए अर्जी डाली गई थी। तीन दिन पहले हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। हालांकि सजा वाली अपील खारिज हो गई थी। मंगलवार को उनके रिहाई का आदेश अपर सत्र न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट जौनपुर ने जारी हुआ था। आदेश को जौनपुर जेल और जिला जेल से बरेली भेज दिया गया था। बुधवार की सुबह उनकी रिहाई हो गई।
आज पर्चा दाखिल कर सकती हैं श्रीकला
धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। पहले धनंजय ने खुद जौनपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था लेकिन सजा सुनाए जाने के बाद वह जेल चले गए तो उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी आगे आईं। उन्हें बहुजन समाज पार्टी ने जौनपुर से उम्मीदवार बनाया है। बताया जा रहा है कि वह आज यानी बुधवार को अपना नामांकन दाखिल कर सकती हैं। भाजपा ने इस सीट से कृपा शंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है तो इंडिया गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है।