कार में ही एआरटीओ ऑफिस, बन रहे डीएल, हो रहा गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन
बदायूं में कार में ही एआरटीओ ऑफिस चल रहा है। दलाल वाहनों का रजिस्ट्रेशन, लर्निंग और ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधी कार्य कर रहे थे।
बदायूं में दलालों ने कार में ही एआरटीओ ऑफिस बना रखा रखा था। जहां से दलाल वाहनों का रजिस्ट्रेशन, लर्निंग और ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधी कार्य कर रहे थे। जिसकी शिकायत लगातार डीएम दीपा रंजन, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह के पास पहुंच रही थी। इन शिकायतों के बाद सिटी मजिस्ट्रेट बृजेश सिंह, सीओ सिटी आलोक मिश्र की अगुवाई में दोपहर के समय दो थानों सिविल लाइंस व सदर कोतवाली पुलिस टीम के साथ यहां छापेमारी की। टीम को कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं
प्रशासनिक अफसरों के छापेमारी की जानकारी होने पर एआरटीओ प्रशासन आरबी गुप्त, एआरटीओ प्रवर्तन सोहेल अहमद भी बाहर निकले। इस बीच पुलिस कर्मियों ने भागने की फिराक में लगे 14 लोगों को पकड़ लिया। यहां से छह कार भी बरामद हुईं। तीन कार पूरी तरह से एआरटीओ कार्यालय के रूप में सुसज्जित थीं। इसमें लैपटॉप, प्रिंटर, कीबोर्ड, पंखा, फाइलें, लाइसेंस, आधारकार्ड भी रखे मिले।
फोटो स्टेट की आड़ में दलाली कार्यालय के बाहर फोटो स्टेट की तमाम दुकानें खुली हैं। इन्हीं दुकानों पर दलाली होती है। कुछ दलालों ने अपने स्थायी अड्डे बना लिये हैं। जो कि बेखौफ होकर दलाली करते आ रहे हैं। बताया जाता है कि दलालों को अफसरों का संरक्षण प्राप्त है। पूर्व में हुई छापेमारी के बाद कुछ दलालों ने दलाली का फंडा ही बदल लिया। दलालों ने कार खरीद लीं और उन्हीं के अंदर ऑनलाइन आवेदन करने से लेकर फोटो स्टेट के लिए पूरा सिस्टम लगा लिया। आवेदक को तय रुपये देकर कहीं जाने की जरूरत नहीं थी।
हो चुकी मारपीट, चले थे ईंट गुम्मा छापेमार कार्रवाई से आठ दिन पहले एआरटीओ कार्यालय के भीतर हंगामा हुआ। यहां एक दलाल ने एक अधिकारी पर काम न करने से नाराज होकर हाथपाई पर उतारू हो गया था, इसके साथ ही रुपये भी फेंके थे। एक खिड़की पर बैठे कर्मचारी पर ईंट-पत्थर चला दिये थे।