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बड़ा बदनसीब हूं, झूठ ताकतवर था, मेरा सच कमजोर...रामपुर में हार पर आजम खान के बेटे अब्दुल्ला का छलका दर्द

रामपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और आजम खान के करीबी आसिम रजा की हार ने अब्दुल्ला आजम को बड़ा झटका दिया है। आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला लगातार आसिम रजा के लिए प्रचार में लगे थे।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान, रामपुरThu, 15 Dec 2022 04:12 PM
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रामपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और आजम खान के करीबी आसिम रजा की हार ने अब्दुल्ला आजम को बड़ा झटका दिया है। आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला लगातार आसिम रजा के लिए प्रचार में लगे थे। रामपुर लोकसभा सीट गंवाने के बाद रामपुर विधानसभा सीट किसी तरह अपने पास रखना चाहते थे। पूरी ताकत झोंकने के बाद भी सफल नहीं हो सके तो उनका दर्द अब छलका है। 

अब्दुल्ला आजम ने ट्वीट कर लिखा, 'बड़ा बदनसीब हूं, एक सच को सच साबित नहीं कर सका, मेरा सच कमजोर था हार गया, झूठ ताकतवर था इसलिए जीत गया'। रामपुर में समजावादी पार्टी के प्रत्याशी आसिम रजा को भाजपा प्रत्याशी और आजम खान के धुर विरोधी आकाश सक्सेना ने हराया है। आकाश सक्सेना ने ही आजम खान के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज कराए हैं। इन्हीं मुकदमों में आजम लंबे समय तक जेल में रहे। उन्हें हाल ही में तीन साल की सजा भी सुनाई गई थी। सजा के कारण ही रामपुर सीट रिक्त घोषित हुई और उपचुनाव कराना पड़ा था। 

भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने आसिम रजा को करीब 33 हजार वोटों से हराया। इससे पहले रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भी सपा ने आसिम रजा को ही उम्मीदवार बनाया था। तब बीजेपी के घनश्याम लोधी ने उन्हें हराया था। 

उपचुनाव में सपा के ओर से बीजेपी और प्रशासन पर लोगों को तंग करने का आरोप लगा था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर प्रशासन का दुरुपयोग करना का आरोप लगाया था। सपा प्रमुख ने यहां तक कहा था कि रामपुर का जो चुनाव है वो चुनाव नहीं हुआ, वहां प्रशासन ने वोट लूट लिया है।

पुराने चुनाव आयोग के अगर आप आंकड़े बूथ वार देखेंगे तो पाएंगे कि जहां जितना वोट पड़ता था, उतना वोट वहां नहीं पड़ा है। इस बार प्रशासन ने पुलिस लगाकर वोट नहीं डालने दिया है। इलेक्शन कमीशन तो इस बात का प्रचार करता था कि ज्यादा से ज्यादा लोग वोट डालें।

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