अयोध्या केस : सुरक्षा बलों की निगहबानी के बीच रोज की तरह व्यस्त और मस्त दिखी काशी, देखिये VIDEO
एक तरफ अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना रहा था तो दूसरी ओर इसे लेकर देशभर में सतर्कता और आशंका थी। लेकिन काशी रोज की तरह मस्त हर व्यस्त रही। फैसले से पहले सड़कों पर रोज की तरह चहल पहल नहीं थी।...
एक तरफ अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना रहा था तो दूसरी ओर इसे लेकर देशभर में सतर्कता और आशंका थी। लेकिन काशी रोज की तरह मस्त हर व्यस्त रही। फैसले से पहले सड़कों पर रोज की तरह चहल पहल नहीं थी। दुकानें भी लगभग बंद थी लेकिन फैसला आने के बाद धीरे-धीरे सबकुछ सामान्य होता चला गया। चाहे मिश्रित आबादी वाला इलाका हो या कोई अन्य मुहल्ला। हर जगह एक जैसी स्थिति दिखाई दी। मुसलिम इलाकों में तो नजारा बिल्कुल जुदा दिखाई दिया। यहां लोग बारावफात की तैयारियों में व्यस्त दिखे। दालमंडी, नई सड़क, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, पीलीकोठी जैसे मुस्लिम मुहल्ले रोशनी में नहाये रहे। सभी दुकानें खुली रहीं और दुकानों पर चहल पहल भी रोज की तरह रही।
अलसुबह शहर की मंडियों में गांवों से सब्जियां लेकर किसान पहुंचे और लोगों की भीड़ भी रही। पांडेयपुर, लमही, सुंदरपुर, सब्जी मंडियों में भीड़ के साथ ही दाम में जबरदस्त उछाल पर रहा। रोडवेज पर लखनऊ, अयोध्या, गोंडा रूट की सवारी अन्य दिनों की अपेक्षा कम रही। रोडवेज की 150 बसें रिजर्व में रखी गईं।काशी में 25, कैंट में 27, चन्दौली डिपो की 8 बसें रखी गई थीं। शहरी क्षेत्र की केवल 16 बसें ही निकल सकी। कैंट स्टेशन पर एहतियात के तौर पर अग्निशमन वाहन रखा गया है। आरक्षण सेवा केंद्र पर रोज की तरह स्थिति रही।
मिश्रित इलाकों चौकाघाट, ढेलवारिया, अलीपुर, गोलगड्डा, बजरडीहा, लाटभैरव और कज्जाकपुरा इलाके में कहीं भी पुलिस फोर्स तैनात करने की जरूरत नहीं रही। रोज की तरह मजदूर सड़कों पर काम करने में लगे हैं। सवारी वाहन आराम से चल रहे हैं। चाय पान की दुकानों पर भी सामान्य स्थिति है। बीएचयू में ओपीडी बंद है और सन्नाटा पसरा है लेकिन दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में आम दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या कम दिख रही है।
डीएम व एसएसपी दिनभर लेते रहे फीडबैक
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के साथ शनिवार को शहरवासियों में भरोसा कायम रखने और शांति व्यवस्था के दृष्टिगत विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। काफी देर तक आला अधिकारी काशी के हृदय स्थल गोदौलिया पर मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने चौकाघाट, सिटी स्टेशन, गोलगड्डा, कज्जाकपुरा, लाटभैरव, सरैयां, पुराना पुल, सारनाथ रोड, चंद्रा चौराहा, आशापुर चौराहा, पीली कोठी, विश्वेश्वरगंज, मैदागिन, चेतगंज, बेनियाबाग, गोदौलिया, मदनपुरा, भेलूपुर तथा बजरडीहा आदि क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात रहे सिपाहियों व अन्य लोगों से जानकारी ली। काशी विश्वनाथ मंदिर पर एसपी ज्ञानवापी सुरक्षा तथा ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम से भी फीड बैक लेते हुए कहा कि कहीं भी शांति व्यवस्था में खलल की सूचना मिले तो तुरंत दें। दोपहर बाद उन्होंने कैम्प कार्यालय पर वोडाफोन, एयरटेल, बीएसएनएल, रिलायंस जियो और आइडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत की।
अर्दली बाजार-डिठोरी महाल का इलाका रोज की तरह गुलजार रहा। थोड़ी भीड़ कम थी लेकिन दुकानें खुल गई थी। चाय की दुकान पर लोग चुस्कियां लेते अपनी बातों में मशगूल थे। कुछ अखबार पढ़ने में व्यस्त रहे। मोबाइल पर टीवी चैनल की न्यूज देखी जा रही थी। सरैंया, कज्जाकपुरा, गोलगड्डा, अलईपुरा व चौकाघाट-ढेलवरिया में माहौल रोज जैसा ही रहा। बाजार खुले रहे। चाय पान की दुकानों पर कम लेकिन लोग आते जाते दिखाई दिए। फैसला आने के बाद भी कोई बदलाव नहीं दिखा। गोलगड्डा तिराहे पर नागरिक सुरक्षा के से जुड़े लोग दिखे। पूरे इलाके में हर व्यक्ति अपने काम में व्यस्त दिखा। पड़ाव और दीनदयाल नगर जाने वाले लोगों को भी कोई दिक्कत नहीं हुई। मैदागिन से लेकर चौक और काशी विश्वनाथ मंदिर से गोदौलिया के बीच ज्यादा चौकसी थी। सुबह छह बजे ही गुलजार होने वालीं इन सड़कों पर शनिवार दोपहर 12 बजे तक 40 फीसदी ही दुकानें खुली रहीं। हालांकि चाय और कचौड़ी-जलेबी की दुकानों पर रोज की तरह भीड़ दिखी। शहर के वीआईपी मार्गों में शुमार बीएचयू-डीएलडब्ल्यू रोड पर आम दिनों की तरह ही चहल पहल थी। स्कूल-कॉलेज बन्द हो जाने की वजह से आवाजाही थोड़ी कम थी पर कहीं भी माहौल में कोई तनाव जैसी बात नहीं थी। सुंदरपुर सट्टी में रोज की तरह ही भीड़ हुई।