अतीक के वकील विजय मिश्रा ने अशरफ की साली से की है शादी? मुख्तार अंसारी के साथ भी फोटो वायरल
अतीक-अशरफ के अधिवक्ता विजय मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। विजय के इस परिवार से जुड़ाव को लेकर शहर में कई तरह की चर्चा फैली। कहा गया कि विजय ने अतीक के भाई अशरफ की साली से कोर्ट मैरिज की है।
देशभर में सनसनी फैलाने वाले बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस ने माफिया अतीक-अशरफ के अधिवक्ता विजय मिश्र को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया। उमेश पाल हत्याकांड और फिर अतीक-अशरफ की हत्या के बाद अधिवक्ता विजय मिश्र के इस परिवार से जुड़ाव को लेकर शहर में कई तरह की चर्चा फैली। कहा गया कि विजय ने अतीक के भाई अशरफ की साली से कोर्ट मैरिज कर ली है। अब विजय मिश्र की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस एंगल पर भी पड़ताल की तो कई तथ्य सामने आए।
विजय मिश्र ने साहिबा नामक मुस्लिम युवती से कोर्ट मैरिज की है। साहिबा उर्फ गौरी मिश्र मूल रूप से चंदौली की रहने वाली है। हालांकि साहिबा का पूरा परिवार देहरादून में बस गया है। साहिबा विजय मिश्र के साथ बेली रोड वाले मकान में रहती है। वह दून कॉलेज से पढ़ी है और अशरफ की साली नहीं है। विजय मिश्र और साहिबा की शादी 2019 में होना बताया जा रहा है। अशरफ की साली की चर्चा फैलने के बाद पुलिस ने इस संबंध में विजय मिश्र से बात की। विजय ने बयान दिया कि उसने मुस्लिम युवती से शादी की है।
मुख्तार अंसारी के साथ फोटो वायरल
विजय मिश्र की गिरफ्तारी के बाद रविवार को एक बार फिर सोशल मीडिया पर विजय की फोटो तैरने लगी। अतीक-अशरफ के साथ तो विजय की कई फोटो आई ही माफिया मुख्तार अंसारी के साथ विजय मिश्र की कई फोटो वायरल की गई। अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद भी विजय की फोटो मुख्तार के साथ वायरल कर कहा था कि माफिया के वकील।
अशरफ की पत्नी की घेरेबंदी विजय मिश्रा की गिरफ्तारी
बरेली और प्रयागराज पुलिस ने शनिवार रात अशरफ की पत्नी जैनब फात्मा और एक लाख के इनामी सद्दाम की लोकेशन मिलने पर लखनऊ के विभूतीखंड इलाके में स्थित होटल हयात के पास घेराबंदी की। घेराबंदी के दौरान होटल के बाहर से अतीक के वकील विजय मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि जैनब और उसका भाई सद्दाम पकड़ में नहीं आ सके।
अधिवक्ता विजय मिश्र को प्रयागराज लाकर धूमनगंज थाने में पूछताछ की गई। पुलिस का कहना है कि उमेश पाल हत्याकांड की पूरी साजिश में अधिवक्ता खान सौलत हनीफ की तरह ही वकील विजय मिश्र भी शामिल था। उसके खिलाफ सबूत जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच धूमनगंज पुलिस ने रविवार सुबह सवा ग्यारह बजे के करीब विजय मिश्र को कचहरी में रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। अदालत के आदेश पर विजय को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इसके बाद पुलिस विजय को नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल कर आई।
अतीक के परिवार के संपर्क में था विजय मिश्र
विजय मिश्र पुत्र संतोष मिश्र मूल रूप से ककरा थाना सरायइनायत के रहने वाले हैं। यहां बेली रोड पर परिवार संग रह रहे थे। विजय मिश्र की गिरफ्तारी के बाद बरेली और प्रयागराज पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों की टीम बुलाकर जैनब की तलाश में लखनऊ में पूरी रात छापामारी की। शहर के कई दूसरे होटलों में दबिश दी गई लेकिन अशरफ की पत्नी का पता नहीं चल सका।
पुलिस के मुताबिक, विजय मिश्र अतीक-अशरफ के परिवार वालों से लगातार संपर्क में था। पुलिस का मानना है कि जैनब और अन्य फरार आरोपितों से मिलने वह होटल पहुंचा था। होटल में उसने किसी और नाम से कमरा लिया था। उस फर्जी आईडी की जांच की जा रही है।
अधिवक्ता पर हत्याकांड की सभी धाराएं
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक-अशरफ समेत सभी शूटरों, वकील खान शौलत हनीफ, साजिशकर्ता, मददगारों पर जो गंभीर धाराएं लगीं थी वही सारी धाराएं अधिवक्ता विजय मिश्र पर लगी हैं। विजय मिश्र पर धारा 147/148/149/302/307/506/34/120बी के साथ तीन विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और 7 सीएलए एक्ट व 3 (2)V एससी/एसटी एक्ट के तहत विधिक कार्रवाई की गई है।
विजय बोले, माफिया से रिश्तों की सजा
विजय मिश्र की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने धूमनगंज थाने में उनसे पूछताछ की। जेल पहुंचाए जाने से पहले विजय मिश्र ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि माफिया अतीक से रिश्तों की सजा मिल गई। यह दिन तो आना ही था। धूमनगंज पुलिस का कहना है कि उमेश पाल हत्याकांड की साजिश के बारे में पूछताछ में विजय मिश्र ने कहा कि मुझे एहसास है, मेरी गलती है जिसकी सजा मिल रही है।
डीसीपी सिटी दीपक भूकर के अनुसार बरेली जेल में बंद अशरफ से विजय मिश्र लगातार फोन पर बात करता रहा था। 20 फरवरी को उसकी अशरफ से बात हुई। हत्याकांड की साजिश में शामिल खान शौलत हनीफ की साथ मिल वह साजिश में शामिल रहा। विजय मिश्र के खिलाफ साक्ष्यों को जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस के पास इलेक्ट्रानिक एवीडेंस मौजूद हैं।