अतीक-अशरफ की हत्या के आरोपी अरुण के बाबा की हादसे में मौत, नहीं मांगी पैरोल
Atiq-Ashraf Murder माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के तीन आरोपियों में से एक अरुण के बाबा की पानीपत में हुए एक हादसे में मौत हो गई। इसके बावजूद अरुण की ओर से पैरोल की मांग नहीं की गई है।
Atiq-Ashraf Murder: प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के आरोप में प्रतापगढ़ जिला जेल में बंद अरुण मौर्य के बाबा की एक हादसे में पानीपत में मौत हो गई। जेल अधीक्षक रमाकांत दोहरे ने बताया कि अरुण मौर्य के बाबा के निधन के संबंध में किसी ने संपर्क नहीं किया। गौरतलब है कि सुरक्षा कारणों से अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपित तीनों अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह प्रतापगढ़ जिला जेल में बंद हैं।
अरुण के बाबा मथुरा प्रसाद (65) हरियाणा के पानीपत में रहते थे। सोशल मीडिया पर खबर वायर हुई कि बुधवार को साइकिल से सब्जी लेने जाते समय एक वाहन की टक्कर से मथुरा प्रसाद की मौत हो गई। अरुण बाबा के साथ रहता था। जेल प्रशासन के मुताबिक बाबा की मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने को पेरोल का कोई प्रयास नहीं हुआ।
दबंगई करने वाले अतीक के गुर्गे फरार
अतीक अहमद के गुर्गे आबिद प्रधान समेत आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक पूरामुफ्ती पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। तीन दिन से चल रहे विवाद में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपी फरार हैं। अतीक अहमद गैंग के शूटर आबिद प्रधान के रिश्तेदारों के बीच बीते बुधवार को जमीन के चक्कर में विवाद हुआ था। मरियाडीह निवासी मो. आहरार ने मो. आलम और उमर के खिलाफ पूरामुफ्ती थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। अगले दिन फिर दोनों पक्ष भिड़ गए। 27 अक्तूबर को मरियाडीह के मो. अकरम ने आबिद प्रधान, जावेद, मो. जीशान, मो. आलम, मो. शादान, मौ. औन, कल्लू कसाई और लल्लू के खिलाफ पूरामुफ्ती थाने एफआईआर दर्ज कराई। आरोप लगाया कि 26 अक्तूबर को 11 बजे आबिद प्रधान ने पिस्टल निकाली और उसके भाई जुनैद के मुंह में डालकर हत्या की धमकी दी। उनके रिश्तेदारों को मारा पीटा गया। बुलेट तोड़ दी। दो-दो मुकदमा होने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अप्रैल में हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
यूपी के सबसे बड़े माफियाओं में शुमार और उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की इस साल अप्रैल में प्रयागराज में पुलिस हिरासत में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इस बीच जेल में बंद अतीक-अशरफ के हत्यारोपियों की सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन सतर्क है।