कैमरों वालों की ड्रेस पहनकर आए थे सॉल्वर, सिपाही भर्ती पर्चा लीक केस में नया खुलासा
यह पूरी साजिश गोरखपुर में बने परीक्षा केन्द्र इस्लामिया कालेज ऑफ कार्मस बक्शीपुर में 17 फरवरी 2024 को हुई थी। दुर्गेश पकड़ा गया तो उसके गले में यूपी पुलिस रिक्रूटमेंट सिक्योरिटी एजेन्सी का आईकार्ड लटका मिला था। उस समय पर्चा लीक कराने की ऐसी साजिश का खुलासा नहीं हो पाया था।

सिपाही भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कराने में एक नया खुलासा हुआ है। ईडी की जांच में सामने आया कि परीक्षा केन्द्रों पर सीसी कैमरे और बायोमेट्रिक मशीन लगाने वाली कम्पनी इनोवेटिव व्यू के कर्मचारी की यूनिफार्म और आईडी पहन कर अभ्यर्थी दुर्गेश कुमार गोरखपुर में परीक्षा केन्द्र के अंदर गया था। दुर्गेश के नाम से बने फर्जी आधार कार्ड से साल्वर अंजनी यादव अंदर परीक्षा देने चला गया था। इसी समय दुर्गेश ने पर्चा लीक कराकर गिरोह के सरगना को भेज दिया था।
यह पूरी साजिश गोरखपुर में बने परीक्षा केन्द्र इस्लामिया कालेज ऑफ कार्मस बक्शीपुर में 17 फरवरी 2024 को हुई थी। दुर्गेश जब पकड़ा गया तो उसके गले में यूपी पुलिस रिक्रूटमेंट सिक्योरिटी एजेन्सी का आईकार्ड लटका मिला था। उस समय पर्चा लीक कराने की ऐसी साजिश का खुलासा नहीं हो पाया था। ईडी की लखनऊ जोनल टीम ने भर्ती परीक्षा का पर्चा छापने वाली कम्पनी एजुटेट साल्यूशन लि. के डायरेक्टर विनीत आर्या को पूछताछ के लिए पिछले सप्ताह बुलाया तो यह बात खुली।
विनीत आर्या से ही ईडी को पता चला कि परीक्षा केन्द्र पर सीसी कैमरे और बायोमेट्रिक मशीन लगाने के लिए अधिकृत की गई कम्पनी इनोवेटिव ब्यू लि. के कर्मचारियों की यूनिफार्म लेकर यह खेल किया गया। अभ्यर्थी दुर्गेश को कम्पनी का कर्मचारी बताकर डयूटी में लगा दिया गया था। इस वजह से वह परीक्षा केन्द्र में आसानी से मोबाइल लेकर चला गया था। माना जा रहा है कि ऐसा कई और परीक्षा केन्द्रों पर किया गया होगा। इस बिन्दु पर भी पड़ताल की जा रही है।
निजी कम्पनियों के सम्पर्क में थे साल्वर और गिरोह
ईडी सूत्रों के मुताबिक, विनीत व दो अन्य से पूछताछ में कई तथ्य सामने आए हैं। पता चला है कि पर्चा लीक कराने वाले गिरोह के मुख्य लोग पर्चा छापने से लेकर परीक्षा केन्द्र तक अलग-अलग कामों में शामिल निजी कम्पनियों के कई अधिकारियों व कर्मचारियों से सम्पर्क कर रखा था। विनीत से पूछताछ में कुछ नाम आए हैं, जिनसे ईडी जल्दी ही पूछताछ करेगी। इन लोगों से ही पूरी साठगांठ का पता चलेगा। ईडी कुछ नये तथ्यों की पुष्टि के लिए जेल में बंद मुख्य आरोपितों राजीव नयन, सुभाष प्रकाश, डॉ.रवि को फिर रिमाण्ड पर लेगी।
ईडी ने भेजी नोटिस
ईडी ने विनीत के बयान के बाद अब इनोवेटिव व्यू कम्पनी को नोटिस भेजा है। यह नोटिस कम्पनी के अधिकारी आशीष अग्रवाल को भेजी गई है। आशीष को इससे पहले भी नोटिस दी गई थी लेकिन वह तब ईडी दफ्तर नहीं आए थे।