बारिश को तरस रहे UP के छह जिले, खरीफ की फसलों पर पड़ा असर; कृषि विभाग अलर्ट पर
- ये ऐसे जिले हैं, जहां इस बरसात में आज तक 40 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। इनमें पीलीभीत, शामली और गौतमबुद्ध नगर जिले ऐसे हैं, जहां पूरा सावन बीतने के बाद भी अब तक 50 मिलीमीटर से कम बारिश हुई है।
UP Weather: उत्तर प्रदेश में भले ही चहुंओर लगातार झमाझम बरसात हो रही हो लेकिन 6 जिले ऐसे हैं, जहां अभी भी बारिश की दरकार है। ये ऐसे जिले हैं, जहां इस बरसात में आज तक 40 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। इनमें पीलीभीत, शामली और गौतमबुद्ध नगर जिले ऐसे हैं, जहां पूरा सावन बीतने के बाद भी अब तक 50 मिलीमीटर से भी कम बारिश हुई है। इससे इन तीनों जिलों के साथ-साथ नाम मात्र की वर्षा वाले सभी 6 जिलों में खरीफ की फसलें अब प्रभावित होने लगी हैं।
कृषि निदेशालय ने कम वर्षा से प्रभावित इन सभी जिलों के विभागीय अधिकारियों को तत्काल आकस्मिक योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं ताकि को संभावित आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके। प्रदेश के कुशीनगर, जौनपुर, गौतमबुद्ध नगर, अमरोहा, शामली और पीलीभीत जिलों पर इंद्रदेव की कृपा अब तक नहीं हो पाई है। लिहाजा इन सभी जिलों में खरीफ फसलों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ने लगा है। अतिन्यून वर्षा वाले इन जिलों में खेती सबसे अधिक प्रभावित होने लगी है। इस समय धान की फसलों को उमस के साथ भरपूर पानी चाहिए लेकिन वर्षा के अभाव में खेतों में खड़ी फसलें विशेष कर धान के पौधे पीले पड़ने लगे हैं।
स्थितियों को देखते हुए कृषि निदेशालय ने प्रभावित जिलों के उप कृषि निदेशक और जिला कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन खेतों की फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं, वहां किसी अन्य सोत्रों से सिंचाई कराने के लिए किसानों को प्रेरित करें। साथ ही ऊपरी क्षेत्र जहां सिंचाई की दूसरी कोई कृत्रिम व्यवस्था न हो, वहां ज्वार-बाजरा की खेती के लिए किसानों को तैयार करें। निदेशालय ने प्रभावित जिलों से आकस्मिक कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं।
इन जिलों में हैं 40 प्रतिशत से कम बरसात (22 अगस्त तक की स्थिति)
जिले के नाम औसत बरसात (मिमी में) अब तक हुई कुल वर्षा (मिमी में)
कुशीनगर 202.7 79.6
जौनपुर 200.1 73.5
गौतमबुद्ध नगर 129.0 45.5
अमरोहा 184.0 57.2
शामली 136.5 32.6
पीलीभीत 231.6 26.5