मोटे अनाज के प्रति जागरूक होंगे माध्यमिक स्कूलों के 65 हजार छात्र
Siddhart-nagar News - हाईस्कूल एवं इंटर के स्कूलों से प्रशिक्षक के रूप में चयनित होंगे सौ शिक्षक आ, सावा और कोदों के खाने से संबंधी बताएंगे फायदे सिद्धार्थनगर, निज संवादद
सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभप्रद है। इस अनाज की खूबियों व उपयोगिता कैसे बढ़ाई जाए, इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग के सौ शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण कृषि विभाग की तरफ से होगी। इन दोनों विभागों ने शिक्षकों की सूची मांगी गई है। जल्द ही इनको प्रशिक्षण देकर निपुण किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद यह शिक्षक बच्चों को मोटा अनाज यानी मिलेट्स की खूबियां समझाएंगे। माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत 65 हजार बच्चे जागरूक किए जाएंगे।
मोटे अनाज की जानकारी अब बच्चों को भी दी जाएगी। मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभप्रद है। इस अनाज की खूबियां व उपयोगिता कैसे बढ़ाई जाए, इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कृषि विभाग की ओर से माध्यमिक शिक्षा विभाग के सौ शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद यह शिक्षक छात्रों को मोटा अनाज यानी मिलेट्स की खूबियां समझाएंगे। उप कृषि निदेशक अरविंद कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि श्रीअन्न (ज्वार, बाजरा, कोदों, सावां, मडुवा, रागी, रामदाना आदि) मूल रूप से हमारी धरोहर हैं। गेहूं और चावल के अत्यधिक चलन से हम इसके महत्व को भूल गए हैं जबकि आज पूरी दुनिया हमारे श्रीअन्न की उपयोगिता समझ रही है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाते हैं। यह इतने सुपाच्य होते हैं कि डॉक्टरों द्वारा रोगियों व बच्चों को श्रीअन्न खाने की सलाह दी जाती है। उन्होंने बताया कि विदेशों में श्रीअन्न की मांग बहुत तेजी से बढ़ी है। इस अन्न को बढ़ावा देने व नौनिहालों में इसकी जानकारी देने के लिए मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत शिक्षक प्रशिक्षित होंगे। कृषि विभाग माध्यमिक विद्यालयों के सौ शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर इनको निपुण बनाएंगा। ये शिक्षक नौनिहालों को स्कूल में इसकी उपयोगिता बताएंगे। साथ ही अभिभावकों को इसका उत्पादन करने के लिए जागरूक करेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि सूची तैयार कर कृषि विभाग को भेजी जाएगी। प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों की ओर से अपने-अपने स्कूलों में बच्चों को मोटे अनाज के प्रति जागरूक किया जाएगा। इससे हाईस्कूल, इंटर में अध्ययनरत 65 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे।
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कई बीमारियों से दूर रखेंगे मोटे अनाज
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण लोग तमाम बीमारियों के शिकार हो रहे। हृदय रोग, शुगर, ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसी बीमारियां तो आम हो गईं हैं। इनका मुख्य कारण व्यस्त दिनचर्या और उचित पोषण का अभाव है। पोषण के प्रति कृषि विभाग ने लोगों को जागरूक करने की कवायद शुरू कर दी है और इसकी शुरुआत उन नन्हें-मुन्नों को जागरूक करके देना चाहती है जो हमारे देश के भविष्य हैं।
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श्रीअन्न को बढ़ावा देने व नौनिहालों में इसकी जानकारी देने के लिए मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कृषि विभाग सौ शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें निपुण बनाएगा। ये शिक्षक नौनिहालों को स्कूल में इसकी उपयोगिता बताएंगे। साथ ही अभिभावकों को इसके उत्पादन प्रति जागरूक करेंगे।
- अरविंद कुमार विश्वकर्मा, उप कृषि निदेशक
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