आगरा में जूते के सोल बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक की हत्या, पलंग पर पड़ा मिला खून से लथपथ शव
आगरा के इंडस्ट्रियल एरिया (सिकंदरा) में रविवार की रात सोल फैक्ट्री के मालिक संजीव गुप्ता (उम्र 50 वर्ष) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। खून से लथपथ उनका शव पलंग पर पड़ा मिला।
Murder in Agra: इंडस्ट्रियल एरिया (सिकंदरा) में रविवार की रात सोल फैक्ट्री के मालिक संजीव गुप्ता (50) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। खून से लपथप उनका शव पलंग पर पड़ा मिला। रात को वह फैक्ट्री में स्थित अपने ऑफिस में सोए थे। हत्या की जानकारी सोमवार की सुबह हुई। पुलिस को शक है कि किसी परिचित ने वारदात को अंजाम दिया है।
मूलत लोहिया नगर फिरोजाबाद निवासी संजीव गुप्ता ने अपने ममेरे भाई रीतेश गुप्ता के साथ करीब सात साल पहले साझेदारी में सोल फैक्ट्री शुरू की थी। जगह गया प्रसाद शर्मा की है। संजीव गुप्ता सप्ताह में पांच दिन रात को फैक्ट्री में रुकते थे। फैक्ट्री में पहली मंजिल पर एक कमरा बना है। उसमें कर्मचारी नरेंद्र, उसकी पत्नी और बेटी रहते हैं। सुबह करीब 10 बजे लेबर ने आकर फैक्ट्री का दरवाजा खटखटाया। आवाज सुनकर नरेंद्र नीचे आया। दरवाजा खोला। मालिक बाहर क्यों नहीं निकले यह पता करने पर उनके ऑफिस में गया। ऑफिस में पलंग पर शव देखकर उसके होश उड़ गए। सूचना पर डीसीपी सिटी सूरज राय, एसीपी हरीपर्वत आदित्य फोर्स के साथ पहुंचे।
फिरोजाबाद से आए संजीव के परिजनों ने पुलिस को बताया कि किसी से कोई रंजिश नहीं थी। साझेदारी को लेकर रीतेश से विवाद चल रहा था। संजीव व रीतेश ने मिलकर शास्त्रत्त्ीपुरम में एक मकान भी बनाया था। शुरुआत उस मकान को लेकर हुई थी। पूछताछ में कर्मचारी नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने शाम साढ़े सात बजे मालिक को खाना दिया था। उसके बाद ऊपर अपने कमरे में चला गया। रात को उसे कोई आवाज नहीं सुनाई दी। फैक्ट्री का दरवाजा अंदर से बंद था। फैक्ट्री में सीसीटीवी लगा है। उसका तार कटा था। पुलिस आस-पास दूसरी फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है।
पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री में करीब एक दर्जन कर्मचारी काम करते हैं। नरेंद्र परिवार सहित फैक्ट्री में ही रहता है। सभी कर्मचारियों से पूछताछ होगी। यह मामला सिर्फ हत्या का है। फैक्ट्री मालिक की हत्या के पीछे मकसद क्या रहा होगा। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है। घटना जल्द खुल जाएगी।
फैक्ट्री में आखिर कैसे घुसा हत्यारोपी, कैमरे खंगाले
यूपीएसआईडीसी में एफ 53 स्थित एसबी पोलीमर्स फैक्ट्री में मालिक संजीव गुप्ता की हत्या हुई। हत्यारोपी फैक्ट्री के अंदर कहां से आया। पुलिस ने अपनी जांच इसी सवाल से शुरू की। फैक्ट्री की दीवार 12 फीट ऊंची है। इतनी ऊंची दीवार पर कोई कैसे चढ़ा होगा। कहां से कूदा होगा। पुलिस के जेहन में यह सवाल कौंध रहे हैं। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि पुलिस को शव पलंग पर पड़ा मिला। शव देखकर ऐसा लग रहा था जैसे सोते समय ही संजीव गुप्ता की गर्दन पर चाकू से प्रहार किया गया। गर्दन में करीब एक इंच गहरा जख्म था। संजीव गुप्ता के एक हाथ में पट्टी बंधी थी। पिछले दिनों सोल काटते समय हाथ कट गया था। टांके लगे थे। पुलिस को पलंग के नीचे खून बिखरा मिला। खून के कुछ छींटे दीवार पर भी थे। दीवार पर छींटों की ऊंचाई पलंग से ज्यादा ऊपर नहीं थी।
इसे देखकर यह माना गया कि सोते समय ही फैक्ट्री मालिक को दबोचा गया। प्रारंभिक छानबीन में साझेदार से विवाद की बात सामने आई। साझेदार से विवाद है यह परिवार में सभी को पता है। ऐसे में साझेदार हत्या जैसी भूल क्यों करेगा। उसे तो यह अंदाजा होगा कि कुछ भी हुआ तो नाम उसका ही आएगा। डीसीपी सिटी ने बताया कि एसीपी हरीपर्वत आदित्य के नेतृत्व में तीन टीमें लगाई गई हैं। सर्विलांस टीम अलग से काम कर रही है। इतना साफ है कि यह मामला सिर्फ हत्या का है। हत्यारोपी फैक्ट्री से कोई सामान नहीं लेकर गया।
आगरा शिफ्ट होने वाला था परिवार
परिजनों ने पुलिस को बताया कि संजीव गुप्ता ने शास्त्रत्त्ीपुरम में साझेदार के साथ मिलकर जो मकान बनाया था जल्द ही परिवार को उसमें शिफ्ट करने वाले थे। उनकी बेटी लखनऊ में डाक्टरी की पढ़ाई कर रही है। बेटा विभू पिता के साथ कारोबार देखता है। संजीव सप्ताह में पांच दिन आगरा में ही रुका करते थे। दो दिन फिरोजाबाद जाते थे।