सेवइयां खिलाना चाहते हो तो आपको भी गुझिया खानी पड़ेगी, ईद को लेकर संभल CO अनुज चौधरी का बड़ा बयान
संभल सीओ अनुज चौधरी ने पीस कमेट की मीटिंग कहा कि यदि आप ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हैं तो होली की गुजिया भी खानी पड़ेगी। हालांकि इस दौरान सर्किल ऑफिसर अपनी पुराने बयान पर बचाव करते भी किया।

संभल सीओ अनुज चौधरी ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। बुधवार को कोतवाली थाने में पीस कमेट की मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा कि यदि आप ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हैं तो होली की गुजिया भी खानी पड़ेगी। हालांकि इस दौरान सर्किल ऑफिसर अपनी पुराने बयान पर बचाव करते भी नजर आए। उन्होंने कहा कि अगर मेरी बात गलत थी तो कोर्ट जाते और मुझे सजा करवाते।
संभल CO अनुज चौधरी ने ईद और रामनवमी को लेकर हुई पीस कमेटी की बैठक में कहा, "अगर मैं इतना गलत था तो हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मुझे क्यों नहीं चैलेंज किया, मुझे सजा करवाते। मैंने कुछ गलत नहीं कहा, मैंने दोनों धर्मों के लिए बराबर बोली। हमेशा यही उद्देश्य रहता है कि हम जहां रहते हैं वहां शांति भंग न हो। हर आदमी को अपना अधिकार है। अगर आप ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हो तो आपको भी गुजिया खानी पड़ेगी। हालांकि यहां गड़बड़ हो जाती है जब एक खाने को तैयार और दूसरा खा नहीं रहा। यहां भाईचारा खत्म हो जाता है।"
सीओ अनुज चौधरी का यह बयान तब आया है, जब होली से पहले छह मार्च को आयोजित पीस कमेटी की बैठक में भी उनका एक बयान अभी भी विवादों में है। उस समय सीओ ने कहा था कि जुमा साल में 52 बार आता है और होली साल में सिर्फ एक बार। इसलिए जिन लोगों को रंग से परहेज है, वे होली के दिन बाहर न निकलें। इस बयान को लेकर भी उस समय तीखी प्रतिक्रियाएं आईं थीं।
अब ईद, नवरात्रि और रामनवमी से पहले बुधवार को हुई पीस कमेटी की बैठक में उन्होंने फिर से स्पष्ट किया कि उनकी मंशा किसी का पक्ष लेना नहीं है। अगर उनके बयानों से किसी को आपत्ति है तो कानूनी रास्ता अपनाया जा सकता है। अगर मेरी बात इतनी ही गलत थी तो लोग हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गए? मुझे सजा क्यों नहीं दिलवाई? मैं हमेशा दोनों धर्मों के लिए बराबर की बात करता हूं। मेरा उद्देश्य सिर्फ शांति बनाए रखना है।
सीओ ने दावा किया कि संभल को छोड़कर प्रदेश के किसी भी जिले में पिछले तीन महीनों में कोई बड़ा बवाल नहीं हुआ है। हमारी प्राथमिकता शांति व्यवस्था बनाए रखना है। किसी के साथ अन्याय नहीं हो रहा है, हर कार्रवाई सबूतों के आधार पर हो रही है। हम नेतागिरी नहीं कर रहे हैं। हमारा मकसद सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। हर धर्म के लोगों को अपने त्योहार मनाने का अधिकार है, लेकिन दूसरों की भावनाओं का भी सम्मान होना चाहिए। सीओ के बयान को लेकर सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों के बीच चर्चा जारी है।