बोले सहारनपुर : मुश्किलों से जूझ रहे सब्जी मंडी के लोग
Saharanpur News - जिले की प्रमुख सब्जी मंडी बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रही है। व्यापारी गंदगी, पेयजल की कमी और सुरक्षा की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मंडी में नियमित सफाई, शौचालय निर्माण और पुलिस तैनाती की मांग की...

जिले की प्रमुख सब्जी मंडी बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रही है। सब्जी मंडी में व्यापारी गंदगी, पेयजल की कमी, अव्यवस्था और असुरक्षा जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जिले की प्रमुख सब्जी मंडी, जिसकी स्थापना 15 अगस्त 1991 को की गई थी, आज लगभग 34 वर्ष बाद भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है। करीब 350 व्यापारियों के रोजगार और सहारनपुर की आम जनता की रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़ी इस मंडी में समस्याओं का अंबार है। सब्जी मंडी में व्यापारी जहां व्यापारिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं। वहीं गंदगी, पेयजल की कमी, अव्यवस्था और असुरक्षा जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
व्यापारी मंडी में वाटर कूलर लगाए जाने, नियमित सफाई कराने, शौचालय का निर्माण कराने, नए लाइसेंस पर रोक लगाए जाने और पुलिसकर्मियों की तैनाती की मांग कर रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह व्यापारियों की समस्याओं और मांगों को गंभीरता से ले और तत्काल समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए चिलकाना रोड स्थित सब्जी मंडी की सबसे बड़ी समस्या पीने के साफ पानी की है। मंडी में वाटर कूलर या पीने के साफ पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। गर्मी के इस मौसम में व्यापारी और ग्राहक दोनों ही पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आते हैं। कई व्यापारियों ने बताया कि वह अपने साथ पानी की बोतल लेकर आते हैं क्योंकि मंडी में पीने योग्य पानी उपलब्ध नहीं है। व्यापारियों ने मंडी में वाटर कूलर लगाए जाने की मांग की है। मंडी की दूसरी सबसे बड़ी समस्या गंदगी की है। हिन्दुस्तान टीम जब सब्जी मंडी पहुंची तो वहां की हालत काफी खराब थी। चारों तरफ गंदगी के ढेर थे। व्यापारियों ने बताया कि मंडी में सफाई की स्थिति बेहद खराब है। जगह-जगह सब्जियों के कचरे के ढेर लगे होते हैं जो कई दिनों तक नहीं उठाए जाते। इस कचरे से बदबू फैलती है और मक्खी-मच्छरों का जमावड़ा बना रहता है, जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी जमा हो जाता है और कीचड़ हो जाता है। व्यापारियों का सुझाव है कि नियमित सफाई कराई जाए और कूड़ा उठाने की समयबद्ध व्यवस्था हो। पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था की जाए, जिससे बारिश के दिनों में जलभराव न हो। मंडी में पिछले छह महीने से एक शौचालय का निर्माण कार्य रुका हुआ है। व्यापारियों की मांग है कि शौचालय का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाए। व्यापारी मंडी समिति अधिकारियों की कार्यशैली से अत्याधिक अप्रसन्न नजर आए। उन्होंने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मामले का संज्ञान लेकर समस्यसाओं के निदान की मांग की है। प्रशासन को चाहिए कि वह इन समस्याओं को गंभीरता से ले और तत्काल समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए। ---- गंदगी और जल निकासी बीमारियों को निमंत्रण मंडी में सफाई की स्थिति बेहद खराब है। जगह-जगह सब्जियों के कचरे के ढेर देखे जा सकते हैं। जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है। बारिश के दिनों में स्थित और खराब हो जाती है। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी जमा हो जाता है और कीचड़ हो जाता है। व्यापारियों ने बताया कि नियमित सफाई के लिए 17 से 18 सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं लेकिन चार से पांच सफाईकर्मी ही मौके पर आते हैं। व्यापारियों ने नियमित सफाई और बारिश से पूर्व जलनिकासी की समस्या के समाधान की गुहार लगाई। ---- नए लाइसेंस जारी करने पर रोक की मांग मंडी में पहले से ही करीब 350 लाइसेंसधारी व्यापारी काम कर रहे हैं, लेकिन मंडी समिति द्वारा लगातार नए लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं। इससे न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है बल्कि जगह की भीषण कमी हो गई है। कई व्यापारी अपने ठेले और गाड़ियां बाहर सड़क पर लगाकर व्यापार कर रहे हैं जिससे जाम की स्थिति बनती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। व्यापारी संगठन मांग कर रहे हैं कि नए लाइसेंस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। ---- चोरी की घटनाएं, रात को सुरक्षा नहीं व्यापारियों ने बताया कि मंडी परिसर में रात के समय चोरी की घटनाएं आम होती जा रही हैं। सब्जियों से लदे ट्रकों और दुकानों में सेंधमारी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। व्यापारियों ने कई बार स्थानीय पुलिस प्रशासन से शिकायत की लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। व्यापारी चाहते हैं कि मंडी में दिन और रात के समय पुलिसकर्मियों की नियमित तैनाती की जाए और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाई जा सके। --- अनाज मंडी और दाल मंडी में भी चल रही अवैध सब्जी मंडी सहारनपुर के व्यापारी मंडी समिति पर यह भी आरोप लगा रहे हैं कि अनाज मंडी और दाल मंडी जैसी जगहों पर नियमों के खिलाफ सब्जी की दुकानें चल रही हैं। इससे न सिर्फ सब्जी मंडी का व्यापार प्रभावित हो रहा है, बल्कि सरकारी नियमों की भी अवहेलना हो रही है। व्यापारियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इन अनधिकृत सब्जी मंडियों को तत्काल बंद कराया जाए और पूरी व्यवस्था को एक स्थान पर केंद्रीकृत किया जाए। ----- व्यापारियों के सुझाव और शिकायतें - पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था की जाए, जिससे बारिश के दिनों में जलभराव न हो। - नए लाइसेंस जारी करने पर रोक लगाई जाए, जिससे मौजूदा व्यापारियों को जगह और सुविधा मिले। - पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए, जिससे चोरी और असामाजिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। - वाटर कूलर लगाए जाएं और पेयजल की समुचित व्यवस्था हो। - शौचालय का रुके हुए कार्य को जल्द शुरु करवाया जाए। शिकायतें-- -सब्जी मंडी में पेयजल के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है। -सब्जी मंडी में गंदगी के ढेर देखे जा सकते हैं, जिससे बीमारी का खतरा बना रहता है। -सब्जी मंडी में पिछले छह महीने से शौचालय का काम रुका हुआ है। -सब्जी मंडी में चोरी की घटनाएं बढ़ गई है, जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। -व्यापरियो के हितों के विरुद्ध नए लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं। प्रतिक्रियाएं 0-वर्जन सब्जी मंडी की सबसे बड़ी समस्या पीने के साफ पानी की है। मंडी में वाटर कूलर या पीने के साफ पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। मंडी में वाटर कूलर एवं पेयजल की व्यवस्था की जाए। -निसार अहमद 0-वर्जन अनाज मंडी और दाल मंडी जैसी जगहों पर नियमों के खिलाफ सब्जी की दुकानें चल रही हैं। इससे सब्जी मंडी व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हो रहा है। -नौशाद खान 0-वर्जन मंडी में पहले से ही करीब 350 लाइसेंसधारी व्यापारी काम कर रहे हैं, लेकिन मंडी समिति द्वारा लगातार नए लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं। जिससे व्यापारियों की आमदनी प्रभावित हो रही है। -चंद्रपाल गर्ग 0-वर्जन मंडी में सफाई की स्थिति बेहद खराब है। जगह-जगह सब्जियों के कचरे के ढेर देखे जा सकते हैं। जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है। -विजय कालड़ा 0-वर्जन सब्जी मंडी में हजारों लोग रोजाना आते हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात है मंडी में पेयजल की समुचित व्यवस्था नही है। मंडी में वाटर कूलर की व्यवस्था की जाए। -मनी सुखीजा 0-वर्जन मंडी परिसर में रात के समय चोरी की घटनाएं आम होती जा रही हैं। सब्जियों से लदे ट्रकों और दुकानों में सेंधमारी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। -मो.इस्लाम 0-वर्जन सब्जी मंडी में जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी जमा हो जाता है और कीचड़ हो जाता है। बारिश से पूर्व समस्या का समाधान कराया जाए। -जितेंद्र चावला 0-वर्जन सब्जी मंडी में सफाई को लेकर काफी सुधार की आवश्यकता है। सब्जी मंडी में प्रोपर सफाई के लिए कम से कम 17 सफाईकर्मी चाहिए लेकिन मौके पर चार से पांच सफाईकर्मी ही नजर आते हैं। -सुभाष चंद अग्रवाल 0-वर्जन सब्जी मंडी की स्थापना 15 अगस्त 1991 को की गई थी। आज लगभग 34 वर्ष पूरे होने को है इतने वर्षों के बाद भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है। -इकबाल सिंह चावला 0-वर्जन मंडी में करीब 350 लाइसेंसधारी व्यापारी हैं। मंडी समिति द्वारा नए लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया जारी है। जिससे प्रतिस्पर्द्धा बढ़ गई है। नए लाइसेंस पर रोक लगाई जाए। -राजेंद्र पसरीचा 0-वर्जन सब्जी मंडी सिर्फ एक व्यापारिक केंद्र नहीं, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समाधान कराया जाए। -सुरेंद्र परुथी 0-वर्जन सब्जी मंडी में जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी जमा हो जाता है और कीचड़ हो जाता है। जिससे व्यापार प्रभावित होता है और संक्रमण का खतरा बना रहता है। -शहजाद अहमद 0-वर्जन दुर्भाग्यपूर्ण है कि शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी को मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है। व्यापारियों की मांगो की अनदेखी की जा रही है। -शमशेर सिंह 0-वर्जन व्यापारियों की मांग और समस्याओं के बारे में मंडी समिति अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया है। लेकिन मंडी समिति द्वारा समाधान नहीं कराया जा रहा है। -राजन चावला
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।